नई दिल्ली:
शराब और रीयल एस्टेट कारोबारी पॉन्टी चढ्डा और उनके भाई हरदीप की हत्या के एक आरोपी सुखदेव सिंह नामधारी की पुलिस कस्टडी साकेत कोर्ट ने तीन दिन के लिए बढ़ा दी है। पुलिस ने पांच दिन की रिमांड की मांग की थी, वहीं बचाव पक्ष ने इसका विरोध किया। अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद नामधारी को तीन दिन और पुलिस कस्टडी में रखे जाने का आदेश दिया।
कई दिनों तक चली फोरेंसिक जांच की शुरुआती रिपोर्ट के बाद पुलिस ने नामधारी को आरोपी बनाया है। उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष रहे नामधारी की इस हत्याकांड में भूमिका पहले ही दिन से संदिग्ध रही है। उधर, पॉन्टी चड्ढा गोलीकांड में दिल्ली पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने मौके से एक और कारतूस बरामद किया है।
इधर नामधारी से पूछताछ के बाद अब पुलिस तीन नेताओं और दो अफसरों की भूमिका की जांच कर रही है और चार पुलिसवालों की भी जांच हो रही है। पुलिस यह जानने में जुटी है कि आखिर नामधारी ने पिस्टल की पिन क्यों बदलवाई? वह कौन है, जो नामधारी को नसीहत दे रहा था? नामधारी बार-बार बयान क्यों बदलते रहे?
क्राइम ब्रांच को अब उसी शख्स की तलाश है, क्योंकि नामधारी के मोबाइल रिकॉर्ड से पता चला है कि गोलीबारी के बाद जख्मी पॉन्टी चड्ढा को अस्पताल ले जाते वक्त नामधारी ने अपने मोबाइल फोन से दिल्ली, उत्तराखंड और पंजाब के तीन नेताओं के अलावा उत्तराखंड के दो अफसरों से भी बात की। शक है कि इनमें से ही किसी ने बयान और पिस्टल पिन बदलने की राय दी। पुलिस इन्हीं लोगों की भूमिका की छानबीन कर रही है।
कई दिनों तक चली फोरेंसिक जांच की शुरुआती रिपोर्ट के बाद पुलिस ने नामधारी को आरोपी बनाया है। उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष रहे नामधारी की इस हत्याकांड में भूमिका पहले ही दिन से संदिग्ध रही है। उधर, पॉन्टी चड्ढा गोलीकांड में दिल्ली पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने मौके से एक और कारतूस बरामद किया है।
इधर नामधारी से पूछताछ के बाद अब पुलिस तीन नेताओं और दो अफसरों की भूमिका की जांच कर रही है और चार पुलिसवालों की भी जांच हो रही है। पुलिस यह जानने में जुटी है कि आखिर नामधारी ने पिस्टल की पिन क्यों बदलवाई? वह कौन है, जो नामधारी को नसीहत दे रहा था? नामधारी बार-बार बयान क्यों बदलते रहे?
क्राइम ब्रांच को अब उसी शख्स की तलाश है, क्योंकि नामधारी के मोबाइल रिकॉर्ड से पता चला है कि गोलीबारी के बाद जख्मी पॉन्टी चड्ढा को अस्पताल ले जाते वक्त नामधारी ने अपने मोबाइल फोन से दिल्ली, उत्तराखंड और पंजाब के तीन नेताओं के अलावा उत्तराखंड के दो अफसरों से भी बात की। शक है कि इनमें से ही किसी ने बयान और पिस्टल पिन बदलने की राय दी। पुलिस इन्हीं लोगों की भूमिका की छानबीन कर रही है।
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