प्रधानमंत्री ने मंगलवार को लोकसभा में विपक्ष को घेरा.
नई दिल्ली:
आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने करीब डेढ़ घंटे भाषण दिया. इस भाषण में प्रधानमंत्री ने विपक्ष को पूरी तरह घेरा. प्रधानमंत्री ने कई मुद्दों पर बात की. सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर नोटबंदी के साथ-साथ बजट, कालाधन और मनरेगा पर भी पीएम ने चर्चा की. प्रधानमंत्री ने समझाया कि इस बार बजट एक महीने पहले क्यों पेश किया गया? इसके साथ-साथ कैशलेस व्यवस्था पर भी प्रधानमंत्री ने अपना सफाई पेश की.
प्रधानमंत्री ने कैशलेस के अपने निर्णय का बचाव करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. प्रधानमंत्री ने कहा कि उनसे सवाल पूछा जा रहा है कि आप कैशलेस की बात कर रहे हैं लेकिन लोगों के पास क्या है? कांग्रेस को घेरते हुए प्रधानमंत्री ने कहा “मैं तो हैरान हूं 2007 के बाद मैंने जितनी चुनाव सभाएं सुनी हैं, आप के नेता गांव-गांव जाकर कहते थे राजीव गांधी कंप्यूटर रेवोल्यूशन लाए हैं, राजीव गाँधी मोबाइल फोन लाए हैं. अब जब मैं कह रहा हूं मोबाइल फोन बैंक में भी कन्वर्ट किया जा सकता है तब आप कह रहे हैं मोबाइल फोन कहां है. यह क्या हो रहा है भाई. आप कह रहे थे हमने इतना कर दिया. जब मैं उसमें कुछ जोड़ना चाहता हूं तब आप कहते वह तो हैं कि नहीं... तो फिर क्या समझा रहे थे आप.”
प्रधानमंत्री ने कहा सबके पास मोबाइल फोन नहीं है, लेकिन जितने लोगों के पास मोबाइल फोन है उनका फायदा होना चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा “आप भी मानते हैं और मैं भी मानता हूं, पूरे देश के पास सब कुछ नहीं है लेकिन मान लो 40 प्रतिशत लोगों के पास मोबाइल फोन है तो इन 40 प्रतिशत लोगों का फायदा होना चाहिए. 60 प्रतिशत लोगों का बाद में देखेंगे. कहीं तो शुरू करें और इसका लाभ हो.” प्रधानमंत्री ने कहा डिजिटल करेंसी को हलके में नहीं लेना चाहिए. उन्होंने कहा “आज एक एटीएम को संभालने के लिए औसत पांच पुलिस वाले लगते हैं. करेंसी को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए... सब्जी और दूध में जितना खर्चा होता है, उससे ज्यादा उसके मोबिलाइजेशन में खर्च होता है.” प्रधानमंत्री ने कहा सबको इस बात को समझना चाहिए. उन्होंने नेताओं से अपील की कि जो कर सकते हैं उन्हें करने के लिए प्रोत्साहित करना नेतृत्व का काम होता है, चाहे वह किसी भी दल का हो.
प्रधानमंत्री ने कहा कैशलेस से कई लोगों का फायदा हो रहा. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि एक सब्जी वाले से पूछा गया कैशलेस से उस का क्या फायदा है तो सब्जी वाले ने जवाब दिया कि “साहब पहले क्या होता था एक तो मेरे ग्राहक परमानेंट थे. सबको मैं जानता था. मान लीजिए किसी ने 52 रुपये की सब्जी ली. फिर ग्राहक कहता था चलिए खुला पैसा नहीं है 50 रुपये का नोट है ले लो. उसमें मेरे दो रुपये चले जाते थे. मैं भी बोल नहीं पाता था. ऐसे में साल भर में मेरा 800 से 1000 रुपये का नुकसान यह एक रुपया, दो रुपया न देने से हो जाता था. अब कैशलेस की वजह से 52 रुपये है तो 52 रुपये मिलता है. जो पूरा पैसा है, वह मिलता है. इसकी वजह से मेरा जो नुकसान होता था अब वह नहीं हो रहा है.”
प्रधानमंत्री ने कहा देखिए कैसे चीज बदल रही है. पीएम ने विपक्ष से कहा “आप मोदी का विरोध कीजिए, कोई बात नहीं. विरोध करना आपकी ड्यूटी है, लेकिन जो अच्छी चीज है उसे आगे बढ़ाएं.”
प्रधानमंत्री ने कैशलेस के अपने निर्णय का बचाव करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. प्रधानमंत्री ने कहा कि उनसे सवाल पूछा जा रहा है कि आप कैशलेस की बात कर रहे हैं लेकिन लोगों के पास क्या है? कांग्रेस को घेरते हुए प्रधानमंत्री ने कहा “मैं तो हैरान हूं 2007 के बाद मैंने जितनी चुनाव सभाएं सुनी हैं, आप के नेता गांव-गांव जाकर कहते थे राजीव गांधी कंप्यूटर रेवोल्यूशन लाए हैं, राजीव गाँधी मोबाइल फोन लाए हैं. अब जब मैं कह रहा हूं मोबाइल फोन बैंक में भी कन्वर्ट किया जा सकता है तब आप कह रहे हैं मोबाइल फोन कहां है. यह क्या हो रहा है भाई. आप कह रहे थे हमने इतना कर दिया. जब मैं उसमें कुछ जोड़ना चाहता हूं तब आप कहते वह तो हैं कि नहीं... तो फिर क्या समझा रहे थे आप.”
प्रधानमंत्री ने कहा सबके पास मोबाइल फोन नहीं है, लेकिन जितने लोगों के पास मोबाइल फोन है उनका फायदा होना चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा “आप भी मानते हैं और मैं भी मानता हूं, पूरे देश के पास सब कुछ नहीं है लेकिन मान लो 40 प्रतिशत लोगों के पास मोबाइल फोन है तो इन 40 प्रतिशत लोगों का फायदा होना चाहिए. 60 प्रतिशत लोगों का बाद में देखेंगे. कहीं तो शुरू करें और इसका लाभ हो.” प्रधानमंत्री ने कहा डिजिटल करेंसी को हलके में नहीं लेना चाहिए. उन्होंने कहा “आज एक एटीएम को संभालने के लिए औसत पांच पुलिस वाले लगते हैं. करेंसी को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए... सब्जी और दूध में जितना खर्चा होता है, उससे ज्यादा उसके मोबिलाइजेशन में खर्च होता है.” प्रधानमंत्री ने कहा सबको इस बात को समझना चाहिए. उन्होंने नेताओं से अपील की कि जो कर सकते हैं उन्हें करने के लिए प्रोत्साहित करना नेतृत्व का काम होता है, चाहे वह किसी भी दल का हो.
प्रधानमंत्री ने कहा कैशलेस से कई लोगों का फायदा हो रहा. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि एक सब्जी वाले से पूछा गया कैशलेस से उस का क्या फायदा है तो सब्जी वाले ने जवाब दिया कि “साहब पहले क्या होता था एक तो मेरे ग्राहक परमानेंट थे. सबको मैं जानता था. मान लीजिए किसी ने 52 रुपये की सब्जी ली. फिर ग्राहक कहता था चलिए खुला पैसा नहीं है 50 रुपये का नोट है ले लो. उसमें मेरे दो रुपये चले जाते थे. मैं भी बोल नहीं पाता था. ऐसे में साल भर में मेरा 800 से 1000 रुपये का नुकसान यह एक रुपया, दो रुपया न देने से हो जाता था. अब कैशलेस की वजह से 52 रुपये है तो 52 रुपये मिलता है. जो पूरा पैसा है, वह मिलता है. इसकी वजह से मेरा जो नुकसान होता था अब वह नहीं हो रहा है.”
प्रधानमंत्री ने कहा देखिए कैसे चीज बदल रही है. पीएम ने विपक्ष से कहा “आप मोदी का विरोध कीजिए, कोई बात नहीं. विरोध करना आपकी ड्यूटी है, लेकिन जो अच्छी चीज है उसे आगे बढ़ाएं.”
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