Mann Ki Baat: ओलंपिक से लेकर वैक्सीन तक.. पढ़ें पीएम मोदी के 'मन की बात' की 10 बड़ी बातें

Mann Ki Baat: पीएम ने 'मन की बात' के 78वें एपिसोड में मिल्खा सिंह को याद किया. उन्होंने टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए देश के खिलाड़ियों का उत्साह भी बढ़ाया. प्रधानमंत्री ने कहा कि मिल्खा सिंह जैसे महान एथलीट को भुलाया नहीं जा सकता.

Mann Ki Baat: ओलंपिक से लेकर वैक्सीन तक.. पढ़ें पीएम मोदी के 'मन की बात' की 10 बड़ी बातें

Mann Ki Baat 78th Episode: पीएम मोदी ने की मन की बात. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: Mann Ki Baat: पीएम मोदी ने अपने 'मन की बात' कार्यक्रम के 78वें एपिसोड में मिल्खा सिंह को याद किया. उन्होंने टोक्यो में होने वाले ओलंपिक खेलों के लिए देश के खिलाड़ियों का उत्साह भी बढ़ाया. प्रधानमंत्री ने कहा कि मिल्खा सिंह जैसे महान एथलीट को भुलाया नहीं जा सकता.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

पीएम मोदी (PM Modi) ने अपने 'मन की बात' (Mann Ki Baat) कार्यक्रम के 78वें एपिसोड में मिल्खा सिंह (Milkha Singh) को याद किया. उन्होंने टोक्यो में होने वाले ओलंपिक (Tokyo Olympics) खेलों के लिए देश के खिलाड़ियों का उत्साह भी बढ़ाया. प्रधानमंत्री ने कहा कि मिल्खा सिंह जैसे महान एथलीट को भुलाया नहीं जा सकता. कुछ दिन पहले ही कोरोना ने उन्हें हमसे छीन लिया. पीएम मोदी ने टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने जा रहे आर्चरी प्रवीण जाधव का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि प्रवीण जाधव एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं. प्रवीण जाधव के जीवन के संघर्षों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सतारा जिले के प्रवीण के माता-पिता मजदूरी कर परिवार चलाते हैं. अब उनका बेटा अपना पहला ओलंपिक खेलने जा रहा है. ये सिर्फ उनके माता-पिता ही नहीं, हम सभी के लिए गौरव की बात है. आइये जानते हैं पीएम मोदी के मन की बात के आज के संस्करण की मुख्य बातें... 

  1. मजदूर का बेटा खेलेगा अपना पहला ओलंपिक
    जब टैलेंट, डेडिकेशन, डिटरमिनेशन और स्पोर्ट्समैन स्पिरिट एक साथ मिलते हैं, तब जाकर कोई चैंपियन बनता है. टोक्यो जा रहे हमारे ओलंपिक दल में भी कई ऐसे खिलाड़ी शामिल हैं, जिनका जीवन बहुत प्रेरित करता है. हमारे प्रवीण जाधव जी के बारे में आप सुनेंगे, तो, आपको भी लगेगा कि कितने कठिन संघर्षों से गुजरते हुए प्रवीण जी यहां पहुंचे हैं. प्रवीण जाधव जी, महाराष्ट्र के सतारा जिले के एक गांव के रहने वाले हैं. वो आर्चरी के बेहतरीन खिलाड़ी हैं. उनके माता-पिता मजदूरी कर परिवार चलाते हैं, और अब उनका बेटा, अपना पहला, ओलंपिक खेलने टोक्यो जा रहा है. ये सिर्फ उनके माता-पिता ही नहीं, हम सभी के लिए कितने गौरव की बात है.

  2. ओलंपिक में Individual Gold जीतने वाला पहला भारतीय कौन था?
    साथियों, आप मुझे जवाब भेजें न भेजें, पर MyGov में Olympics पर जो quiz है, उसमें प्रश्नों के उत्तर देंगे तो कई सारे इनाम जीतेंगे. ऐसे बहुत सारे प्रश्न MyGov के ‘Road to Tokyo Quiz' में हैं. आप ‘Road to Tokyo Quiz' में भाग लें. अक्सर  #MannKiBaat में, आपके प्रश्नों की बौछार रहती है. इस बार मैंने सोचा कि कुछ अलग किया जाए, मैं आपसे प्रश्न करूं. "तो, ध्यान से सुनिए मेरे सवाल- ओलंपिक में Individual Gold जीतने वाला पहला भारतीय कौन था?

  3. वैक्सीन से जुड़ी अफवाहों को रोकने का काम करें
    प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने ही गांव में नहीं, और गांवों में भी वैक्सीन को लेकर अफ़वाहों को रोकने का काम कीजिए. मैं चाहूँगा कि गांव की महिलाओं को, हमारी माताओं-बहनों को इस काम में ज्यादा से ज्यादा जोड़िये और सक्रियता के साथ उनको साथ रखिये. कभी-कभी माताएं-बहनें बात कहती है न, लोग जल्दी मान जाते हैं. उन्होंने कहा कि मैंने दोनों डोज ले लिए है. मेरी मां लगभग सौ साल की हैं, उन्होंने भी दोनों टीके लिए हैं. कृपया टीकों से संबंधित किसी भी नकारात्मक अफवाह पर विश्वास न करें.

  4. 21 जून को वैक्सीनेशन का रिकॉर्ड बना
    प्रधानमंत्री ने टीकाकरण महाअभियान का जिक्र करते हुए कहा कि 21 जून को वैक्सीन अभियान के अगले चरण की शुरुआत हुई और उसी दिन देश ने 86 लाख से ज्यादा लोगों को मुफ़्त वैक्सीन लगाने का रिकॉर्ड भी बना दिया और वो भी एक दिन में.

  5. कोरोना काल में डॉक्टर्स का अहम योगदान
    अब से कुछ दिनों बाद 1 जुलाई को हम National Doctors' Day मनाएंगे. ये दिन देश के महान चिकित्सक और Statesman, डॉक्टर बीसी राय की जन्म-जयंती को समर्पित है. कोरोना-काल में doctors के योगदान के हम सब आभारी हैं.

  6. डल झील की बोट एंबुलेंस सर्विस
    हमारे देश में कई लोग ऐसे भी हैं जो डॉक्टर्स की मदद के लिए आगे बढ़कर काम करते हैं. श्रीनगर से एक ऐसे ही प्रयास के बारे में मुझे पता चला. यहां डल झील में एक बोट एंबुलेंस सर्विस की शुरूआत की गई.

  7. पीएम ने किया सतना के रामलोटन का जिक्र
    हमारे शास्त्रों में कहा गया है- “नास्ति मूलम् अनौषधम्” अर्थात, पृथ्वी पर ऐसी कोई वनस्पति ही नहीं है जिसमें कोई न कोई औषधीय गुण न हो! हमारे आस-पास ऐसे कितने ही पेड़ पौधे होते हैं जिनमें अद्भुत गुण होते हैं, लेकिन कई बार हमें उनके बारे में पता ही नहीं होता! मध्य प्रदेश के सतना के एक साथी हैं श्रीमान रामलोटन कुशवाहा जी, उन्होंने बहुत ही सराहनीय काम किया है. रामलोटन जी ने अपने खेत में एक देशी म्यूजियम बनाया है. इस म्यूजिम में उन्होंने सैकड़ों औषधीय पौधों और बीजों का संग्रह किया है.

  8. जल संरक्षण देश सेवा का ही एक रूप
    हमारे देश में अब मानसून का सीजन भी आ गया है. बादल जब बरसते हैं तो केवल हमारे लिए ही नहीं बरसते, बल्कि बादल आने वाली पीढ़ियों के लिए भी बरसते हैं. इसलिए मैं जल संरक्षण को देश सेवा का ही एक रूप मानता हूं.

  9. भारत के ग्रामीणों ने दिया सूझबूझ का परिचय
    कभी-ना-कभी, ये विश्व के लिए case study का विषय बनेगा कि भारत के गांव के लोगों ने, हमारे वनवासी-आदिवासी भाई-बहनों ने, इस कोरोना काल में, किस तरह, अपने सामर्थ्य और सूझबूझ का परिचय दिया.

  10. Chartered Accountants को बधाई
    एक जुलाई को Chartered Accountants Day भी मनाया जाता है. अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता लाने के लिए Chartered Accountants बहुत अच्छी और सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं. मैं सभी Chartered Accountants, उनके परिवार के सदस्यों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं.