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4 years ago
नई दिल्ली:

Parliament Updates: लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विविधिता के बावजूद हम एक राष्ट्र हैं. विकट और विपरीत काल में भी ये देश किस प्रकार से अपना रास्ता चुनता है, रास्ता तय करता है और रास्ते पर चलते हुए सफलता प्राप्त करता है, ये सब राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में कहा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जी का भाषण भारत के 130 करोड़ भारतीयों की संकल्प शक्ति को प्रदर्शित करता है. विकट और विपरीत काल में भी ये देश किस प्रकार से अपना रास्ता चुनता है, रास्ता तय करता है और रास्ते पर चलते हुए सफलता प्राप्त करता है, ये सब राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में कहा. मैं इस चर्चा में भाग लेने वाले सभी सांसदों का आभार व्यक्त करता हूं. मैं विशेष रूप से हमारी महिला सांसदों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं.

पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को लेकर कहा कि मैं किसानों से पूछना चाहता हूं कि जो व्यवस्थाएं उनके पास पहले थीं, उनमें से किसी चीज को नए कानून को छीन लिया है क्या. कृषि कानूनों में जो व्यवस्था है वो ऑप्शनल है. नए कानून किसी के लिए बंधन नहीं है,उनके लिए सिर्फ ऑप्शन है. जहां ऑप्शन हैं, वहां विरोध का कारण ही नहीं बनता.  पुरानी मंडियों पर कोई पाबंदी नहीं, बल्कि इन पुरानी मंडियों को सुधारने के लिए और बजट की व्यवस्था की गई है.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि एक नया शब्द सुना कि हमने मांगा नहीं तो ये कानून दिया क्यों, तो कहना चाहता हूं कि ये अनिवार्य नहीं है, ये विकल्प के तौर पर है. तीन तलाक को लेकर किसी ने मांग नहीं की थी लेकिन कानून बनाया गया. बालविवाह के लिए कानून, शादी की उम्र बढ़ाने के लिए कानून के लिए किसी ने मांग नहीं की थी, लेकिन कानून बनाए गए क्योंकि समाज की प्रगति बदलाव के लिए आवश्यक हुआ तो कानून बने.

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी जिसने करीब 6 दशकों तक शासन किया, उसका ये हाल हो गया है कि पार्टी का राज्यसभा धड़ा एकतरफ चलता है और लोकसभा का अलग. ऐसी डिवाइडेड पार्टी या कहें कंफ्यूज पार्टी न खुद का भला कर सकती है न देश का. राज्यसभा में जो तबका है वो उमंग के साथ चर्चा करता है.वहीं ये कांग्रेस का दूसरा तबका है. कांग्रेस पार्टी ने लगातार हो रहे हमलों के बाद लोकसभा से वॉकआउट कर दिया.

Budget Session Updates in Hindi: 

हम देश का एजेंडा और एकता को लेकर चलते हैं : पीएम मोदी
हम देश के एजेंडा और देश की एकता को लेकर चलते हैं और चलते रहेंगे. जिनका राजनीतिक एजेंडा है, वो उन्हें मुबारक.
खेलब ना खेले देइब, खेलिए बिगाड़ब, पीएम मोदी ने साधा विपक्ष पर निशाना
पीएम मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि एक पुरानी कहावत है- खेलब ना खेले देइब, खेलिए बिगाड़ब. न खेलूंगा न खेलना दूंगा, खेल बिगाड़ूंगा, आज प्रगति के चक्के को रोकने के लिए यही चल रहा है. विपक्ष का यही मंत्र है.

विपक्ष तो विकास के मुद्दों पर चर्चा करता ही नहीं : पीएम
हम भी विपक्ष में थे, भ्रष्टाचार के मुद्दों को उठाते थे, विकास के मुद्दे उठाते थे, लेकिन आज विपक्ष को विकास के मुद्दों पर चर्चा करने में कोई रुचि नहीं है. अगर ये पूछे तो हम भी बताएं कि कहां क्या विकास कार्य हुआ. 

क्या ये किसान आंदोलन है : पीएम मोदी
मोबाइल टॉवर को बर्बाद कर देना किसान आंदोलन नहीं है... सभी सरकारों द्वारा स्वीकृत व्यवस्था टोल प्लाज़ा को तोड़ देना किसान आंदोलन नहीं हो सकता.

आंदोलनजीवी ने किसान आंदोलन को बर्बाद किया : पीएम
किसान के आंदोलन को बर्बाद करने का काम आंदोलन जीवी ने किया है. इनसे देश को बचाना है.
आंदोलनजीवी किसान आंदोलन की पवित्रता को खराब कर रहे हैं : पीएम
किसान आंदोलन की पवित्रता को आंदोलनजीवी कलंकित कर रहे हैं, जो नक्सल आतंकी जेल में है उनका फ़ोटो लेकर बदनाम करने की कोशिश है या नही ।

शरद पवार कृषि कानूनों पर पहले कुछ कहते थे अब कुछ कहते हैं ; पीएम
जो कृषि कानूनों पर इतने दावे करते हैं कि मैं नहीं मानता कि उन्हें कुछ  पता नहीं था, उन्हें उनकी बात याद दिलाना चाहता हूं. शरद पवार ने कृषि कानूनों पर पहले कुछ कहा और अब दूसरी बात कहते हैं.
कांग्रेस है कंफ्यूज पार्टी, राज्यसभा-लोकसभा में अलग अलग चलता है धड़ा
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी जिसने करीब 6 दशकों तक शासन किया, उसका ये हाल हो गया है कि पार्टी का राज्यसभा तबका एकतरफ चलता है और लोकसभा का अलग. ऐसी डिवाइडेड पार्टी या कहें कंफ्यूज पार्टी न खुद का भला कर सकती है न देश का. राज्यसभा में जो तबका है वो उमंग के साथ चर्चा करता है.वहीं ये कांग्रेस का दूसरा तबका है. कांग्रेस पार्टी ने लगातार हो रहे हमलों के बाद लोकसभा से वॉकआउट कर दिया.
किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार प्रयासरत : पीएम मोदी

खेती में जितना निवेश होना चाहिए नहीं हो रहा है. जब तक हम निवेश नहीं लाएंगे, खेती को आधुनिक नहीं करेंगे. हमारा किसान आत्मनिर्भर बने और उसे अपनी उपज बेचने की आजादी मिलनी चाहिए.

मांगने के लिए मजबूर करना लोकतंत्र की सोच नहीं : पीएम मोदी
हमने सुधारों और बदलावों के लिए काम करना चाहिए. मांगने के लिए मजबूर करने वाली सोच लोकतंत्र की सोच नहीं हो सकती है.
देश के कुछ हिस्सों में इसका लाभ कुछ में हो सकता है नुकसान : पीएम मोदी
कृषि कानूनों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में इसका लाभ होगा तो हो सकता है कुछ इलाकों में नुकसान भी हो. हमने समाज की प्रगति के लिये कानून बनाया है. बेटियों को संपत्ति देने का अधिकार देने की मांग किसी ने नहीं की थी, लेकिन हमने कानून बनाया क्योंकि हम प्रगतिवादी सोच के साथ नागरिकों को अधिकार देना चाहते हैं.
हम सामंतवादी नहीं, जो जनता को याचक बनाएं : मोदी
क्या हम सामंतवादी हैं कि जनता मांगेगी तभी देंगे, सरकार की सोच प्रगतिशील होनी चाहिए. जनता ने आयुष्मान भारत योजना नहीं मांगी थी, ये हमने सोचा था कि ये जनता के लिए जरूरी है. जनधन योजना भी ऐसे ही लागू की थी, किसी ने मांगी नहीं थी. किसी ने शौचालय नहीं मांगे थे लेकिन फिर भी सरकार ने शौचालय बनवाए. मांगने की जरूरत नहीं, सरकार को नागरिकों को याचक बनाने से उसका आत्मविश्वास खत्म होता है. नागरिक के विकास के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।

कांग्रेस पार्टी का राज्यसभा में अलग, लोकसभा में अलग रवैया क्यों : पीएम

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी छह दशक तक शासन किया. उनका राज्यसभा में अलग और लोकसभा में अलग रवैया रहता है.
हमने तो मांगा नहीं तो ये कानून क्यों दिया, पीएम मोदी ने दिया इस सवाल का जवाब
पीएम मोदी ने कहा कि एक नया शब्द सुना कि हमने मांगा नहीं तो ये कानून दिया क्यों, तो कहना चाहता हूं कि ये अनिवार्य नहीं है, ये विकल्प के तौर पर है. तीन तलाक को लेकर किसी ने मांग नहीं की थी लेकिन कानून बनाया गया. बालविवाह के लिए कानून, शादी की उम्र बढ़ाने के लिए कानून के लिए किसी ने मांग नहीं की थी, लेकिन कानून बनाए गए क्योंकि समाज की प्रगति बदलाव के लिए आवश्यक हुआ तो कानून बने.
आंदोलन जीवी ऐसा करते हैं : पीएम मोदी
आंदोलनकारी ऐसे तरीके नहीं अपनाते, आंदोलन जीवी ऐसा करते हैं, कि ऐसा हो तो ऐसा हो जाएगा, ऐसा हो तो ऐसा हो जाएगा, यही कहकर आंदोलन करते रहते हैं.
कृषि कानून किसानों को ऑप्शन के तौर पर दिया गया है तो विरोध क्यों : PM
मैं किसानों से पूछना चाहता हूं कि जो व्यवस्थाएं उनके पास पहले थीं, उनमें से किसी चीज को नए कानून को छीन लिया है क्या. कृषि कानूनों में जो व्यवस्था है वो ऑप्शनल है. नए कानून किसी के लिए बंधन नहीं है,उनके लिए सिर्फ ऑप्शन है. जहां ऑप्शन हैं, वहां विरोध का कारण ही नहीं बनता.  पुरानी मंडियों पर कोई पाबंदी नहीं, बल्कि इन पुरानी मंडियों को सुधारने के लिए और बजट की व्यवस्था की गई है.
ये हंगामा सोची-समझी रणनीति के तहत : पीएम
बीच में हंगामा होते देख पीएम मोदी ने कहा- ये हंगामा सोची समझी रणनीति के तहत है. जो झूठ और अफवाहें फैलाई जा रही हैं ताकि सत्य किसानों तक न पहुंचे. इसलिए हो हल्ला कर रहे हैं. 
ये हंगामा सोची-समझी रणनीति के तहत : पीएम
बीच में हंगामा होते देख पीएम मोदी ने कहा- ये हंगामा सोची समझी रणनीति के तहत है. जो झूठ और अफवाहें फैलाई जा रही हैं ताकि सत्य किसानों तक न पहुंचे. इसलिए हो हल्ला कर रहे हैं. 
कानून में कोई कमी है तो बदल देंगे : पीएम
कानूनों में कमी है तो बदल देंगे. कानून लागू होने के बाद देश में कहीं मंडी बंद नहीं हुई और न ही MSP बंद हुई है. MSP भी बढ़ी है. 
आंदोलन कर रहे किसानों की भावनाओं का आदर करते हैं : PM
कृषि कानूनों पर लगातार बातचीत होती रही है. किसानों की शंकाएं पर चर्चा कर रहे हैं, कुछ कमी है तो बदलने को तैयार हैं.आंदोलन कर रहे सभी किसानों की भावनाओं का सदन आदर करता है, इसीलिए सरकार लगातार आदर भाव के साथ बात कर रही है.
कांग्रेस ने कृषि कानूनों के 'कलर' पर चर्चा की, 'कंटेंट' पर करते तो अच्छा होता
कोरोना काल में तीन कृषि कानून भी लाए गए. भावी चुनौतियों को ध्यान में रखकर कानून लाए गए. कृषि सुधार का सिलसिला आवश्यक है. मैं देख रहा था कि कांग्रेस ने जो इस पर चर्चा की वह सिर्फ कानून के कलर पर की. वे बहुत बहस कर रहे थे ब्लैक है या व्हाइट, अच्छा होता उसके कंटेंट और इंटेंट पर चर्चा करते.
पीएम मोदी का लोकसभा में तंज- आधार को रोकने के लिए कौन लोग कोर्ट में गए थे
कोरोना काल में भी आधार, जनधन लोगों के कितना काम आया, लेकिन कभी कभी याद आता है कि आधार को रोकने के लिए कौन लोग कोर्ट में गए थे. रेहड़ी पटरी वालों को कोरोना काल में धन मिला. उनके लिए हम कर पाए. कोरोना काल में भी रिफॉर्म का सिलसिला जारी रखा. 
डॉक्टरों और नर्सों ने 'भगवान का दूत' बनकर काम किया : पीएम
जिन संस्कारों को लेकर हम पले-बढ़े हैं, वो हैं- सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया. कोरोना कालखंड में भारत ने ये करके दिखाया है. कोरोना काल में डॉक्टरों और नर्सों ने 'भगवान का दूत' बनकर काम किया. सफाईकर्मियों को भी पीएम मोदी ने धन्यवाद कहा.
हर राष्ट्र की नियति होती है, जिसे वह प्राप्त करता है : PM
आज जब हम भारत की बात करते हैं तो मैं स्वामी विवेकानंद जी की बात का स्मरण करना चाहूंगा. "हर राष्ट्र के पास एक संदेश होता है, जो उसे पहुंचाना होता है, हर राष्ट्र का एक मिशन होता है, जो उसे हासिल करना होता है, हर राष्ट्र की एक नियति होती है, जिसे वो प्राप्त करता है."
लोकतंत्र हमारी रगों में बसा है : PM
कुछ लोग ये कहते थे कि India was a miracle democracy. ये भ्रम भी हमने तोड़ा है. लोकतंत्र हमारी रगों और सांस में बुना हुआ है, हमारी हर सोच, हर पहल, हर प्रयास लोकतंत्र की भावना से भरा हुआ रहता है.
विश्व के लिए हम आशा की किरण बनकर खड़े हैं
देश जब आजाद हुआ, जो आखिरी ब्रिटिश कमांडर थे, वो आखिरी तक यही कहते थे कि भारत कई देशों का महाद्वीप है और कोई भी इसे एक राष्ट्र नहीं बना पाएगा. लेकिन भारतवासियों ने इस आशंका को तोड़ा. विश्व के लिए आज हम आशा की किरण बनकर खड़े हुए हैं.
विविधता के बावजूद हम एक राष्ट्र : पीएम मोदी
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि  विविधिता के बावजूद हम एक राष्ट्र हैं. विकट और विपरीत काल में भी ये देश किस प्रकार से अपना रास्ता चुनता है, रास्ता तय करता है और रास्ते पर चलते हुए सफलता प्राप्त करता है, ये सब राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में कहा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जी का भाषण भारत के 130 करोड़ भारतीयों की संकल्प शक्ति को प्रदर्शित करता है. विकट और विपरीत काल में भी ये देश किस प्रकार से अपना रास्ता चुनता है, रास्ता तय करता है और रास्ते पर चलते हुए सफलता प्राप्त करता है, ये सब राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में कहा. मैं इस चर्चा में भाग लेने वाले सभी सांसदों का आभार व्यक्त करता हूं. मैं विशेष रूप से हमारी महिला सांसदों का आभार व्यक्त करना चाहता हूं.
राज्य सरकार असम संधि के उपबंध छह संबंधी समिति की रिपोर्ट पर गौर कर रही है: गृह मंत्रालय

केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद को बताया कि 1985 के असम समझौते के उपबंध छह को लागू करने के लिए गठित समिति ने अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है और वह समिति की सिफारिशों पर गौर कर रही है. केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने राज्यसभा को एक सवाल के लिखित जवाब में बताया, ''असम समझौते के खंड-6 को लागू करने के लिए न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बी के शर्मा की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति ने अपनी रिपोर्ट असम सरकार को सौंप दी है। राज्य सरकार सिफारिशों पर गौर कर रही है.''
BJD ने फुटपाथ में रहने वाले बच्चों के कल्याण के लिए प्राधिकरण बनाने की मांग की

बीजू जनता दल के एक सदस्य ने बुधवार को राज्यसभा में फुटपाथ में रह कर गुजर करने वाले बच्चों के कल्याण के लिए एक प्राधिकारण बनाने की मांग की. शून्यकाल के दौरान बीजद के प्रसन्न आचार्य ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि फुटपाथ पर रहने वाले ज्यादातर बच्चे या तो अनाथ होते हैं या परिवार से त्यागे हुए होते हैं. उन्होंने कहा कि गंदगी में, खतरनाक परिस्थितियों में ये बच्चे रहते हैं, जीवन यापन के लिए कचरा बीनने से लेकर अन्य छोटे-मोटे काम करते हैं और इनका अक्सर कई तरह से शोषण भी किया जाता है. 
कृषि कानून को लेकर कांग्रेस पर बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर
सुशील मोदी ने दिया कपिल सिब्बल का जवाब

बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कपिल सिब्बल के आरोपों का जवाब देते हुए बजट पर चर्चा के दौरान कहा 
हमारा बजट रोजगार पैदा करने वाला बजट है, गरीबी दूर करने वाला बजट है. यह बजट भारत को आत्मनिर्भर बनाने वाला बजट है. अगर कैपिटल एक्सपेंडिचर अर्थव्यवस्था में बढ़ाई जाएगी तो रोजगार के बड़े स्तर पर नए अवसर पैदा होंगे. यह कहना गलत है कि बजट में रोजगार के लिए कुछ नहीं है. 
राज्यसभा में कपिल सिब्बल

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने लॉकडाउन के दौरान बेरोजगारी स्तर में हुई बढ़ोतरी का सवाल उठाया. राज्यसभा में कहा लोगों के पास रोजगार नहीं है लेकिन आपने तो बेरोजगारी का जिक्र भी नहीं किया अपने बजट स्पीच में? लोग पैदल चलकर साइकिल पर बैठकर दूर अपने घर जाने को मजबूर हुए, और आपने उनको भुला दिया?
सपा सांसद ने पूछा क्या राम के देश में सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम कम करेगी? 

समाजवादी पार्टी के सांसद विशंभर प्रसाद निषाद ने पेट्रोलियम मंत्री से राज्यसभा मैं पूछा सीता माता की धरती नेपाल में पेट्रोल-डीजल भारत से सस्ता है. रावण के देश श्रीलंका में भारत से कम कीमत है तो क्या राम के देश में सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम कम करेगी? 

इस पर पेट्रोलियम मंत्री ने जवाब दिया: इन देशों के साथ भारत की तुलना करना गलत है क्योंकि वहां समाज के कुछ लोग इसका उपयोग करते हैं. केरोसिन की कीमत में भारत और इन देशों में काफी अंतर है... बांग्लादेश नेपाल में केरोसिन लगभग ₹57 से ₹59 में मिलता है जबकि भारत में केरोसिन की कीमत ₹32 प्रति लीटर है. 
बीजेपी सांसद सुशील मोदी करेंगे शुरुआत

राज्यसभा में बजट पर चर्चा पर बीजेपी सांसद सुशील मोदी शुरुआत करेंगे. बीजेपी से दूसरे स्पीकर अरुण सिंह होंगे. 
शाम 4 बजे के बाद लोकसभा में भाषण देंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 4 बजे लोकसभा में भाषण देंगे. 
बजट पर बोल सकते हैं राहुल गांधी

प्रधानमंत्री के राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलने के बाद उम्मीद है कि आज राहुल गांधी आम बजट पर अपनी बात लोकसभा में रखेंगे. 

राज्यसभा में संतोष गंगवार ने दिया जवाब

समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान श्रम मंत्री से पूछा : कोरोना संकट की वजह से असंगठित क्षेत्र में कितने मजदूर बेरोजगार हुए क्या सरकार के पास इसका कोई आंकड़ा है?

श्रम मंत्री ने कहा:  यह वास्तव में चिंता का विषय है हम लोगों ने जो जानकारी इकट्ठा की है उसके मुताबिक दूसरे राज्यों से गृह राज्यों में आने का काम एक करोड़ मजदूरों ने किया है. इनमें से अधिकांश वापस भी लौट गए हैं और स्थान पा रहे हैं. 
राज्यसभा ने अपने पूर्व सदस्य महेंद्र बहादुर सिंह को श्रद्धांजलि दी

राज्यसभा ने बुधवार को अपने पूर्व सदस्य महेंद्र बहादुर सिंह को श्रद्धांजलि दी. राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सुबह उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर महेंद्र बहादुर सिंह के निधन का जिक्र किया. 
सिंह का 26 अक्टूबर 2020 को 94 साल की उम्र में निधन हो गया था. छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में उनका जन्म हुआ था. 

सिंह ने अप्रैल 1972 से अप्रैल 1978 तक उच्च सदन में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया था. वह पहली बार 1962 में मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य बने. वह मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे थे. वह बाद में छत्तीसगढ़ विधानसभा के भी सदस्य बने.

BJP ने जारी किया व्हिप

भारतीय जनता पार्टी ने अपने लोकसभा सांसदों को आज सदन में उपस्थित रहने के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया. 

जयराम रमेश कांग्रेस सांसद

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने राज्यसभा में कहा कि बहुत से सदस्यों की रुचि है कि बजट पर चर्चा की जाए. उन्होंने कहा कि मेरा सुझाव है कि बजट पर बहस के समय को 10 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे किया जाए. 
जयराम रमेश कांग्रेस सांसद

कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने राज्यसभा में कहा कि बहुत से सदस्यों की रुचि है कि बजट पर चर्चा की जाए. उन्होंने कहा कि मेरा सुझाव है कि बजट पर बहस के समय को 10 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे किया जाए. 
80 फीसदी उड़ाने नहीं चलने पर केंद्रीय मंत्री का जवाब

केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री हरदीप पुरी सिंह ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि हम 100 फीसदी उड़ाने खोल दें, जबकि कुछ लोग चाहते हैं कि इसकी रफ्तार को कम किया जाए. 80 फीसदी से अधिक उड़ानों का फैसला कोरोना वायरस के व्यवहार पर निर्भर करेगा. 
राज्यसभा में बजट पर चर्चा

राज्यसभा में बजट पर चर्चा को मुख्य बंदरगाह बिल पर विमर्श के बाद सूचीबद्ध किया गया है. लोकसभा में इसे मोशन ऑफ थैंक्स के बाद सूचीबद्ध किया गया है. यह छठा मौका होगा जब बजट पर चर्चा लोकसभा से पहले राज्यसभा में होगी. आम तौर पर बजट पर चर्चा पहले लोकसभा में होती है. लेकिन पांच मौके ऐसे आए जब राज्यसभा में बजट पर चर्चा पहले हुई. आज से पहले 1955, 1959, 1963, 1965 और 2002 में ऐसा हो चुका है.
राज्यभा की कार्यवाही शुरू 

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