कोरोना की महामारी के बीच एयर इंडिया ने कई सारे राहत कार्यों के जरिए दुनिया भर में तारीफ हासिल की है. एयर इंडिया एयरलाइन्स ने कई देशों से फंसे हुए लोगों की वतन वापसी कराने का कार्य किया. एयर इंडिया की तारीफ करने वाले देशों में अब पाकिस्तान का नाम भी शामिल हो गया है. पाकिस्तान के एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने न सिर्फ एयर इंडिया की फ्लाइट का अपने एयरस्पेस में स्वागत किया बल्कि एयरलाइन्स की प्रशंसा भी की. 2 अप्रैल को एयर इंडिया की फ्लाइट मुंबई से फ्रैंकफर्ट जा रही थी और इस फ्लाइट में कई सारे यूरोपीय नागरिक सवार थे. दोपहर 2:30 बजे मुंबई से यह फ्लाइट रवाना हुई और शाम 5:00 बजे पाकिस्तान के एयरस्पेस में दाखिल हुई. एयर इंडिया के एक अफसर ने बताया, ' हमने एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क करने की कोशिश की पर हमें कोई जवाब नहीं मिला. इसलिए फिर हमने फ्रिकवेंसी बदली .इसके बाद पाकिस्तान एयर ट्रैफिक कंट्रोल के शब्दों ने पायलट को हैरान कर दिया. '
एयर इंडिया ऑफिसर ने एनडीटीवी को बताया , 'एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने कहा -'अस्सलाम वालेकुम यह कराची एयर कंट्रोल रूम है और यह एयर इंडिया की फ्लाइट का स्वागत करता है'.' इसके बाद कराची के कंट्रोल रूम ने पूछा कि क्या आप इस बात की पुष्टि करें कि यह फ्लाइट राहत कार्य के लिए जा रही है, जो कि फ्रैंकफर्ट जा रही है.' इसके जवाब में पायलट ने हामी भरी. एयर इंडिया के मुताबिक एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने पायलट से कहा कि उन्हें उन पर गर्व है कि वे राहत कार्य कर रहे हैं और मुश्किल वक्त में काम कर रहे हैं.कंट्रोल रूम ने कहा, 'हमें आप पर गर्व है कि आप इस तरह की स्थिति में भी काम कर रहे हैं. गुड लक.' इसके जवाब में कैप्टन ने धन्यवाद दिया.
एयर इंडिया के अधिकारी ने एनडीटीवी को बताया कि कि इससे फ्लाइट के 15 मिनट बच सके. पाकिस्तान के ट्रैफिक कंट्रोल ने न सिर्फ एक बार बल्कि दो बार भारतीय विमान की सहायता की. इसके बाद जब ईरान के एयर स्पेस में एयर इंडिया का विमान दाखिल हुआ और वह संपर्क नहीं कर पा रहा था तो फिर से पाकिस्तान एयर ट्रैफिक कंट्रोलर ने मदद की.
पाकिस्तानी एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने ईरान के ट्रैफिक कंट्रोल को संदेश पहुंचाया इसके बाद ईरान के एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने भी एक शॉर्ट रूट मुहैया कराया. एयर इंडिया की फ्लाइट को तुर्की और जर्मन एयर ट्रैफिक कंट्रोल से भी तारीफ हासिल हुई. बता दें कि विमान अपने तय समय से 40 मिनट पहले ही फ्रेंकफर्ट पहुंच गया था.