नई दिल्ली:
पूर्व सैनिकों ने वन रैंक वन पेंशन को लागू किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को धन्यवाद दिया है। लेकिन उनका कहना है कि इससे जुड़े चार मुद्दों का समाधान बाकी है, जिसे वह सरकार से जल्द से जल्द हल करने का आग्रह करते हैं।
अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे पूर्व सैनिकों ने अपना अनशन खत्म कर दिया है, लेकिन उनका आंदोलन जारी रहेगा। पूर्व सैनिक जंतर मंतर पर 12 सितंबर को महारैली करेंगे।
पूर्व सैनिकों के प्रतिनिधि मेजर जनरल (रिटायर्ड) सतबीर सिंह ने कहा, कल का दिन ऐतिहासिक था। हम सभी फौजी वन रैंक वन पेंशन लागू करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हैं। लेकिन पेंशन में संशोधन के लिए पांच साल का प्रावधान हमें मंजूर नहीं है, इसे सालाना किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि न्यायिक समिति बनाना ठीक नहीं है, अगर समिति बनानी है तो पांच सदस्यों की बनाई जाए और एक महीने में रिपार्ट तैयार की जाए।
अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे पूर्व सैनिकों ने अपना अनशन खत्म कर दिया है, लेकिन उनका आंदोलन जारी रहेगा। पूर्व सैनिक जंतर मंतर पर 12 सितंबर को महारैली करेंगे।
पूर्व सैनिकों के प्रतिनिधि मेजर जनरल (रिटायर्ड) सतबीर सिंह ने कहा, कल का दिन ऐतिहासिक था। हम सभी फौजी वन रैंक वन पेंशन लागू करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हैं। लेकिन पेंशन में संशोधन के लिए पांच साल का प्रावधान हमें मंजूर नहीं है, इसे सालाना किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि न्यायिक समिति बनाना ठीक नहीं है, अगर समिति बनानी है तो पांच सदस्यों की बनाई जाए और एक महीने में रिपार्ट तैयार की जाए।
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