अमेठी:
कांग्रेस ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को एक लीगल नोटिस भेज कर कहा है कि वह फ़ौरन अपना वह झूठा बयान वापस लें जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने अमेठी में किसानों की ज़मीन हड़प ली है, वार्ना उनके खिलाफ दीवानी और फौजदारी केस किया जायेगा। जवाब में स्मृति ईरानी ने अमेठी में कहा कि राहुल गांधी में दम है तो वह उन्हें जेल भिजवा दें।
दरअसल स्मृति ईरानी ने पिछले 23 अगस्त को अमेठी में अपने भाषण में कांग्रेस पर इल्ज़ाम लगाया था कि उसने अमेठी में किसानों की वह 65 एकड़ ज़मीन हड़प ली है जो पहले सम्राट बाइसिकल फैक्ट्री को साइकिल बनाने का कारखाना लगाने के लिए दी गयी थी, लेकिन अमेठी में लोग इतने डरे हुए हैं की कोई उनके खिलाफ आवाज़ नहीं उठा सकता। उन्होंने कहा था, 'कोई नहीं बोलेगा। हिम्मत नहीं है ज़ोर से बोलने की किसी की। 24 फरवरी 2014 को राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट ने खरीद लिया।'
अमेठी के बीजेपी नेता राजेश की मसाला फैक्ट्री में स्मृति ईरानी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच कुछ इस तरह संवाद हुआ था।
स्मृति : ज़मीन किसकी?
कार्यकर्ता : किसान की।
स्मृति : गयी किसको?
कार्यकर्ता : कांग्रेस को।
स्मृति : कांग्रेस को, और वह आकर हमें भाषण देते हैं कि किसान का कल्याण वह कैसे करेंगे।
अब उत्तर प्रदेश कांग्रेस समिति ने दिल्ली से अपने वकील के ज़रिये स्मृति ईरानी को एक लीगल नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया है कि, 'आपने कांग्रेस और राजीव गांधी ट्रस्ट पर अमेठी में सम्राट बाइसिकल फैक्ट्री की ज़मीन हड़पने का झूठा इल्ज़ाम लगाया है। आपने कहा कि सम्राट साइकिल फैक्ट्री के लिए किसानों की ज़मीन जबरन ली गयी। सच यह है कि ज़मीन 1984 में क़ानूनी तौर पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (यूपीएसआईडीसी) द्वारा अधिग्रहित की गयी थी। जबकि सम्राट बाइसिकल को उसका एक प्लॉट 1986 में दिया गया। सम्राट बाइसिकल आर्थिक कारणों से कारखाना नहीं चला पाई। 1992 में सम्राट बाइसिकल ने दिल्ली हाई कोर्ट से लिक्विडेशन और कारखाना बंद करने की इजाज़त मांगी। कोर्ट ने अपनी निगरानी में फैक्ट्री की ज़मीन नीलाम करायी। राजीव गांधी ट्रस्ट ने बोली लगाई जिसे आगे के लिए ज़मीन की लीज मिल गयी। आपका यह बयान भी ग़लत है कि हमने ज़मीन खरीदी है। जबकि हमें उसका पट्टा मिला है। अगर फ़ौरन आपने अपना झूठा बयान वापस नहीं लिया तो आपके ऊपर दीवानी और फौजदारी केस किया जा सकता है।'
रविवार को अमेठी पहुंची स्मृति ईरानी ने इसके जवाब में कहा, 'आज मैंने अपील की है कि किसानों को ज़मीन लौटाई जाये. इसके लिए मुझे फिर नोटिस मिलेगा। इसलिए सरेआम कहती हूं कि राहुल गांधी में दम हो तो सलाखों के पीछे भेजें मुझे। वहां से भी अमेठी की बात रखूंगी।'
दरअसल स्मृति ईरानी ने पिछले 23 अगस्त को अमेठी में अपने भाषण में कांग्रेस पर इल्ज़ाम लगाया था कि उसने अमेठी में किसानों की वह 65 एकड़ ज़मीन हड़प ली है जो पहले सम्राट बाइसिकल फैक्ट्री को साइकिल बनाने का कारखाना लगाने के लिए दी गयी थी, लेकिन अमेठी में लोग इतने डरे हुए हैं की कोई उनके खिलाफ आवाज़ नहीं उठा सकता। उन्होंने कहा था, 'कोई नहीं बोलेगा। हिम्मत नहीं है ज़ोर से बोलने की किसी की। 24 फरवरी 2014 को राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट ने खरीद लिया।'
अमेठी के बीजेपी नेता राजेश की मसाला फैक्ट्री में स्मृति ईरानी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच कुछ इस तरह संवाद हुआ था।
स्मृति : ज़मीन किसकी?
कार्यकर्ता : किसान की।
स्मृति : गयी किसको?
कार्यकर्ता : कांग्रेस को।
स्मृति : कांग्रेस को, और वह आकर हमें भाषण देते हैं कि किसान का कल्याण वह कैसे करेंगे।
अब उत्तर प्रदेश कांग्रेस समिति ने दिल्ली से अपने वकील के ज़रिये स्मृति ईरानी को एक लीगल नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया है कि, 'आपने कांग्रेस और राजीव गांधी ट्रस्ट पर अमेठी में सम्राट बाइसिकल फैक्ट्री की ज़मीन हड़पने का झूठा इल्ज़ाम लगाया है। आपने कहा कि सम्राट साइकिल फैक्ट्री के लिए किसानों की ज़मीन जबरन ली गयी। सच यह है कि ज़मीन 1984 में क़ानूनी तौर पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (यूपीएसआईडीसी) द्वारा अधिग्रहित की गयी थी। जबकि सम्राट बाइसिकल को उसका एक प्लॉट 1986 में दिया गया। सम्राट बाइसिकल आर्थिक कारणों से कारखाना नहीं चला पाई। 1992 में सम्राट बाइसिकल ने दिल्ली हाई कोर्ट से लिक्विडेशन और कारखाना बंद करने की इजाज़त मांगी। कोर्ट ने अपनी निगरानी में फैक्ट्री की ज़मीन नीलाम करायी। राजीव गांधी ट्रस्ट ने बोली लगाई जिसे आगे के लिए ज़मीन की लीज मिल गयी। आपका यह बयान भी ग़लत है कि हमने ज़मीन खरीदी है। जबकि हमें उसका पट्टा मिला है। अगर फ़ौरन आपने अपना झूठा बयान वापस नहीं लिया तो आपके ऊपर दीवानी और फौजदारी केस किया जा सकता है।'
रविवार को अमेठी पहुंची स्मृति ईरानी ने इसके जवाब में कहा, 'आज मैंने अपील की है कि किसानों को ज़मीन लौटाई जाये. इसके लिए मुझे फिर नोटिस मिलेगा। इसलिए सरेआम कहती हूं कि राहुल गांधी में दम हो तो सलाखों के पीछे भेजें मुझे। वहां से भी अमेठी की बात रखूंगी।'
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