उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगा मामला में दिल्ली पुलिस ने पिंजरा तोड़ संगठन से जुड़ी 2 लड़कियों नताशा और देवांगना गिरफ्तार किया है. जफराबाद मेट्रो स्टेशन पर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ महिलाएं अचानक से जुट गई थीं, जिसके बाद दंगा भड़क गया था. इसी मामले में दिल्ली पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार किया है. दिल्ली में दंगे भड़काने के आरोप में इससे पहले भी कई गिरफ्तारियां हुई हैं.
पिछले महीने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पूर्व छात्रों के संगठन के अध्यक्ष को उत्तरपूर्वी दिल्ली में दंगे के सिलसिले में UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया था. अधिकारियों ने बताया था कि शिफा-उर-रहमान जामिया समन्वय समिति का सदस्य भी है और दंगों में कथित संलिप्तता के लिए उस पर अवैध गतिविधियां (निवारण) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया था. उसे दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने गिरफ्तार किया था.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था, "हमारे पास उसके खिलाफ तकनीकी साक्ष्य थे जिससे पता चलता है कि दंगों के समय उसने भीड़ को उकसाया. दंगा प्रभावित क्षेत्रों से जुटाए गए सीसीटीवी फुटेज में भी वह दिखा. हमने उसके फोन रिकॉर्ड और व्हाट्सएप संदेश भी जांच किए हैं जिससे पता चलता है कि दंगों में उसकी संलिप्तता थी.''
वहीं, सीएए और एनआरसी को लेकर हुई विरोध प्रदर्शनों के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के हुए सरकारी नुकासन की भरपाई के लिए राज्य में क्लेम कमिश्नर नियुक्त किया गया था. क्लेम कमिश्नर के जरिए दिल्ली हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी. दिल्ली हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज एस एन गौड़ को क्लेम कमिश्नर नियुक्त किया गया है.
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