बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
पटना:
बिहार में दो इंजीनियरों की हत्या के बाद राज्य की विधि व्यवस्था के बारे में पूरे देश में चर्चा हो रही है। खुद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ये मानना है।
नीतीश सोमवार को पटना में राज्य के अला पुलिस अधिकारियों के साथ राज्य की विधि व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। इस समीक्षा बैठक में नीतीश ने स्वीकार किया कि ऐसी घटनाओं से न केवल विधि-व्यवस्था, बल्कि राज्य की इमेज पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है। ऐसी घटना भविष्य में न हो उसके लिए उन्होंने अधिकारियों को ठोस कदम उठाने के आदेश दिए।
इस बीच जब पटना में ये बैठक चल रही थी, उसी समय दरभंगा के एसपी अजीत कुमार सत्यार्थी ने दावा किया कि निजी कंपनी ने कोई सुरक्षा नहीं मांगी थी। सत्यार्थी, जो इस कंपनी के प्लांट पर सुरक्षा देने के बाद शुक्रवार को सुरक्षा बलों को वापस करने के लिए आलोचना के केंद्र में हैं, ने अपने बयान से राज्य पुलिस की और किरकिरी करा दी है। हालांकि नीतीश कुमार पटना में उसी समय अधिकारियों को इस बात की जांच करने के लिए कह रहे थे कि जब सुरक्षा दी गयी थी तो उसे वापस कैसे कर लिया गया।
इस मामले में एक व्यक्ति की गिरफ़्तारी हुई है जो इस घटना के मुख्य आरोपी संतोष झा का रिश्तेदार है। पुलिस ने दिनेश लाल देव नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है जो संतोष झा की बहन मुन्नी देवी का देवर है। मुन्नी देवी का पति संजय लाल देव भी एक ज़माने में नक्सली रहा था और 2003 में उसने आत्मसमर्पण किया था।
फ़िलहाल नीतीश कुमार भले बैठकों में आदेश दे रहे हैं, लेकिन दरभंगा जिले में इस घटना के बाद सड़क निर्माण के कार्य में लगी कंपनी के कर्मचारियों और मजदूरो में दहशत व्याप्त है।
अगर नीतीश सरकार ने कुछ कड़े कदम अगले कुछ दिनों में नहीं उठाए तो राज्य और नीतीश सरकार के विधि व्यवस्था के दावे आंकड़ों के तू-तू मैं-मैं सिमट कर रह जाएंगे।
नीतीश सोमवार को पटना में राज्य के अला पुलिस अधिकारियों के साथ राज्य की विधि व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। इस समीक्षा बैठक में नीतीश ने स्वीकार किया कि ऐसी घटनाओं से न केवल विधि-व्यवस्था, बल्कि राज्य की इमेज पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है। ऐसी घटना भविष्य में न हो उसके लिए उन्होंने अधिकारियों को ठोस कदम उठाने के आदेश दिए।
इस बीच जब पटना में ये बैठक चल रही थी, उसी समय दरभंगा के एसपी अजीत कुमार सत्यार्थी ने दावा किया कि निजी कंपनी ने कोई सुरक्षा नहीं मांगी थी। सत्यार्थी, जो इस कंपनी के प्लांट पर सुरक्षा देने के बाद शुक्रवार को सुरक्षा बलों को वापस करने के लिए आलोचना के केंद्र में हैं, ने अपने बयान से राज्य पुलिस की और किरकिरी करा दी है। हालांकि नीतीश कुमार पटना में उसी समय अधिकारियों को इस बात की जांच करने के लिए कह रहे थे कि जब सुरक्षा दी गयी थी तो उसे वापस कैसे कर लिया गया।
इस मामले में एक व्यक्ति की गिरफ़्तारी हुई है जो इस घटना के मुख्य आरोपी संतोष झा का रिश्तेदार है। पुलिस ने दिनेश लाल देव नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है जो संतोष झा की बहन मुन्नी देवी का देवर है। मुन्नी देवी का पति संजय लाल देव भी एक ज़माने में नक्सली रहा था और 2003 में उसने आत्मसमर्पण किया था।
फ़िलहाल नीतीश कुमार भले बैठकों में आदेश दे रहे हैं, लेकिन दरभंगा जिले में इस घटना के बाद सड़क निर्माण के कार्य में लगी कंपनी के कर्मचारियों और मजदूरो में दहशत व्याप्त है।
अगर नीतीश सरकार ने कुछ कड़े कदम अगले कुछ दिनों में नहीं उठाए तो राज्य और नीतीश सरकार के विधि व्यवस्था के दावे आंकड़ों के तू-तू मैं-मैं सिमट कर रह जाएंगे।
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