नई दिल्ली:
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को दावा किया कि राष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी का कोलकाता स्थित भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आईएसआई) से इस्तीफा 'मनगढंत' है।
मुखर्जी की उम्मीदवारी स्वीकार किए जाने के बाद भाजपा महासचिव अनंत कुमार ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मुखर्जी द्वारा दिया गया इस्तीफा फर्जी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शीर्ष पद के लिए चुनाव लड़ने जा रहा व्यक्ति इसमें शामिल है।"
मुखर्जी को लेकर विवाद सोमवार को शुरू हुआ जब राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष समर्थित उम्मीदवार पीए संगमा ने उनकी उम्मीदवारी रद्द करने की अपील की थी। संगमा को भाजपा, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) और बीजू जनता दल (बीजद) से समर्थन मिल रहा है।
संगमा ने मुखर्जी के आईएसआई के अध्यक्ष पद पर होने का दावा करते हुए कहा था कि यह लाभ का पद है और इस नाते वह चुनाव लड़ने के पात्र नहीं हैं। लेकिन संस्थान ने तुरंत बयान जारी कर कहा कि मुखर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन से करीब एक सप्ताह पहले 20 जून को ही इस्तीफा दे दिया था।
मुखर्जी की उम्मीदवारी स्वीकार किए जाने के बाद भाजपा महासचिव अनंत कुमार ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मुखर्जी द्वारा दिया गया इस्तीफा फर्जी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शीर्ष पद के लिए चुनाव लड़ने जा रहा व्यक्ति इसमें शामिल है।"
मुखर्जी को लेकर विवाद सोमवार को शुरू हुआ जब राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष समर्थित उम्मीदवार पीए संगमा ने उनकी उम्मीदवारी रद्द करने की अपील की थी। संगमा को भाजपा, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) और बीजू जनता दल (बीजद) से समर्थन मिल रहा है।
संगमा ने मुखर्जी के आईएसआई के अध्यक्ष पद पर होने का दावा करते हुए कहा था कि यह लाभ का पद है और इस नाते वह चुनाव लड़ने के पात्र नहीं हैं। लेकिन संस्थान ने तुरंत बयान जारी कर कहा कि मुखर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन से करीब एक सप्ताह पहले 20 जून को ही इस्तीफा दे दिया था।
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