भारतीय जनता पार्टी (BJP) की बुजुर्ग नेता और पंजाब की पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांता चावला (Laxmi Kanta Chawla) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और रेलमंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने आम जनता की तकलीफों के प्रति बेपरवाह रहने का आरोप लगाते हुए मोदी और गोयल की तीखी आलोचना की और उन्हें बुलेट ट्रेन (Bullet Train) के बारे में भूल जाने को कहा है. उनका एक वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह ट्रेन में बैठकर मोदी से आम आदमी पर दया करने की अपील कर रही हैं.
देखें VIDEO...
Rt Dipanker RT ChitleenKSethi: Senior BJP4India leader from Amritsar Laxmi Kanta Chawla tells narendramodi & PiyushGoyal to "forget" about #bullettrain and instead focus on those already running.
— Kanwaljeet singh (@kanwaljeetcpiml) December 25, 2018
She made this video aboard the Saryu-Yamuna train which w… pic.twitter.com/udZndwqZ0w
उन्होंने वीडियो में कहा, 'मैं सरयू-यमुना एक्सप्रेस से सफर कर रही हूं. मुझे ट्रेन में 24 घंटे से आठ घंटे अधिक (32) घंटे हो चुके हैं. ट्रेन अपने निर्धारित समय से 9 घंटे विलंब से चल रही है. भगवान के लिए बुलेट ट्रेन को भूल जाइए और जो ट्रेन पहले से परिचालन में हैं उनपर ध्यान दीजिए.' उन्होंने आगे कहा, 'मोदीजी जनता दुखी है. किनके अच्छे दिन आए, हमें नहीं मालूम. लेकिन निश्चित तौर पर आमलोगों, गरीबों और बेरोजगारों के लिए अच्छे दिन नहीं आए. मैंने खुद देखा है कि इंजीनियरिंग डिप्लोमाधारी युवा छोटे-छोटे काम कर रहे हैं. आपने उनको क्या दिया?'
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उन्होंने पीयूष गोयल की भी आलोचना की और कहा कि ट्रेन में यात्रियों के ट्वीट करने पर यात्रा कर रहे बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था करने और बीमार लोगों के लिए डॉक्टर भेजने की बात महज प्रचार का साधन है. चावला ने कहा, 'मैं रेलवे हेल्पलाइन 138 और 139 पर डॉयल रही हूं और आपको (गोयल) ईमेल भेजा है, लेकिन हमारी तकलीफ सुननेवाला कोई नहीं है. ट्रेन में खाना नहीं है. सीट टूटी हुई है. शौचालय की सीट गंदी है. दरवाजे काफी मुश्किल से खुलते हैं.' उन्होंने रेलमंत्री से कहा कि कभी आम आदमी बनकर ट्रेन में यात्रा करके देखें कि यात्रियों को कितनी कठिनायों का सामना करना पड़ रहा है.
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उन्होंने कहा, 'शताब्दी और राजधानी ट्रेन अगर अच्छी हैं तो क्या हुआ? मजदूरों, किसानों, सैनिकों और उनके परिवार जिन ट्रेनों में यात्रा करते हैं उनके बारे में क्या कहना है? प्रतीक्षालय के अभाव में कड़ाके की ठंड में रेलवे स्टेशनों पर खुले में सैकड़ों यात्री सो रहे हैं.' चावला ने कहा, 'अंधेर नगरी, चौपट राजा.'
(इनपुट: IANS)
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