प्रतीकात्मक तस्वीर
मुंबई:
महाराष्ट्र विधानसभा का मॉनसून सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है। दागी मंत्रियों से लेकर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विपक्ष के तेवर तीखे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा हंगामा अहमदनगर के कर्जत तहसील में 9वीं में पढ़ने वाली स्कूली छात्रा के बलात्कार और हत्या पर होने के आसार हैं। विपक्ष ने रविवार को इस मुद्दे पर कैबिनेट मंत्री राम शिंदे के साथ एक आरोपी की तस्वीरें सार्वजनिक कीं तो खुद मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि विपक्षी दल गलत नाम के बूते उनके मंत्री को घेरने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं।
मामला 13 जुलाई का है जब नौंवी में पढ़ने वाली छात्रा अपने घर से थोड़ी दूर शाम को अपने दादाजी के घर मसाले लेने गई थी। जब बहुत देर बाद भी वो नहीं लौटी तब परिजनों ने उसे ढूंढना शुरू किया। घर से थोड़ी ही दूर पर एक पेड़ के नीचे उसकी बुरी तरह क्षत-विक्षत लाश मिली। एक आरोपी लड़की के परिजनों को देखते ही भाग खड़ा हुआ। पुलिस ने तीनों आरोपियों जीतेन्द्र शिंदे, संतोष भवल और नितिन धालुमे को गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले को लेकर कर्जत तहसील में लोगों का गुस्सा उबाल पर है। इस मामले पर सियासत और जातिगत समीकरण दोनों का गणित गढ़ा जा रहा है। महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता विपक्ष धनंजय मुंडे ने कहा, "संतोष भवल की तस्वीर मंत्री राम शिंदे के साथ है। ऐसी घटना में अगर मंत्री आरोपी की मदद करे तो मुझे लगता है पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिये। ना गृह मंत्री ना ही कोई और मंत्री पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचा। ज़िले के गार्जियन मंत्री राम शिंदे भी वहां दो दिन बाद पहुंचे। हमें लगता है कि कहीं ना कहीं पुलिस ने जांच में देरी की और आरोपियों को बचाने की कोशिश की।"
सरकार की तरफ से खुद मुख्यमंत्री ने मोर्चा संभाला, साफ किया कि आरोपी का उनके मंत्री से कोई लेना देना नहीं है। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा, "किसी मंत्री का चरित्र हनन करने से पहले जांच करनी चाहिये कि मामला सही है या नहीं। यहां जो तस्वीरें हैं मंत्री के साथ जो हैं उनका नाम है संतोष नाना भवल और आरोपी का नाम है संतोष भवल। ये दोनों अलग व्यक्ति हैं विपक्ष को मंत्री से माफी मांगनी चाहिये।"
मामले में तीनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, सरकार ने मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर पैरवी के लिये उज्जवल निकम को सरकारी वकील नियुक्त करने का ऐलान किया है।
मामला 13 जुलाई का है जब नौंवी में पढ़ने वाली छात्रा अपने घर से थोड़ी दूर शाम को अपने दादाजी के घर मसाले लेने गई थी। जब बहुत देर बाद भी वो नहीं लौटी तब परिजनों ने उसे ढूंढना शुरू किया। घर से थोड़ी ही दूर पर एक पेड़ के नीचे उसकी बुरी तरह क्षत-विक्षत लाश मिली। एक आरोपी लड़की के परिजनों को देखते ही भाग खड़ा हुआ। पुलिस ने तीनों आरोपियों जीतेन्द्र शिंदे, संतोष भवल और नितिन धालुमे को गिरफ्तार कर लिया है।
इस मामले को लेकर कर्जत तहसील में लोगों का गुस्सा उबाल पर है। इस मामले पर सियासत और जातिगत समीकरण दोनों का गणित गढ़ा जा रहा है। महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता विपक्ष धनंजय मुंडे ने कहा, "संतोष भवल की तस्वीर मंत्री राम शिंदे के साथ है। ऐसी घटना में अगर मंत्री आरोपी की मदद करे तो मुझे लगता है पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिये। ना गृह मंत्री ना ही कोई और मंत्री पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचा। ज़िले के गार्जियन मंत्री राम शिंदे भी वहां दो दिन बाद पहुंचे। हमें लगता है कि कहीं ना कहीं पुलिस ने जांच में देरी की और आरोपियों को बचाने की कोशिश की।"
सरकार की तरफ से खुद मुख्यमंत्री ने मोर्चा संभाला, साफ किया कि आरोपी का उनके मंत्री से कोई लेना देना नहीं है। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा, "किसी मंत्री का चरित्र हनन करने से पहले जांच करनी चाहिये कि मामला सही है या नहीं। यहां जो तस्वीरें हैं मंत्री के साथ जो हैं उनका नाम है संतोष नाना भवल और आरोपी का नाम है संतोष भवल। ये दोनों अलग व्यक्ति हैं विपक्ष को मंत्री से माफी मांगनी चाहिये।"
मामले में तीनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं, सरकार ने मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर पैरवी के लिये उज्जवल निकम को सरकारी वकील नियुक्त करने का ऐलान किया है।
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