यह ख़बर 15 अक्टूबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

संवाद या हथियार, सात दिन में चुन लें नक्सली : ममता

खास बातें

  • प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नक्सलियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे सात दिनों के भीतर संवाद और हथियार में से किसी एक को चुन लें।
झारग्राम:

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को नक्सलियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि वे सात दिनों के भीतर संवाद और हथियार में से किसी एक को चुन लें। इसके साथ ही बनर्जी ने जंगलमहल क्षेत्र के लिए कई अधोसंरचना एवं विकास परियोजनाओं की घोषणा की। बनर्जी ने कहा कि हत्या की राजनीति और बातचीत दोनों एकसाथ नहीं चल सकते। उन्होंने कहा कि राज्य में मई में सत्ता में आने के तत्काल बाद उनकी सरकार ने एक शांति प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन नक्सलियों ने हिंसा बंद नहीं की। बनर्जी ने कहा, "हमने शांति प्रक्रिया शुरू की है। पिछले चार महीनों से संयुक्त सुरक्षा बलों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। हमने सोचा था कि यह कदम कारगर होगा। लेकिन हमें हत्याएं देखने को मिल रही हैं। क्यों? हमारा कहना है कि हम शांति चाहते हैं।" बनर्जी ने कहा, "लोकतंत्र में बातचीत हमेशा जारी रह सकती है। हम बातचीत बंद करने के पक्ष में नहीं हैं। लेकिन आपको हथियार त्यागना होगा। लोगों को धमकियां देनी बंद करनी होगी।" बनर्जी ने पश्चिम मिदनापुर जिले के झारग्राम स्टेडियम में एक रैली को सम्बोधित करते हुए कहा, "मैं आप सबको सात दिनों का समय देती हूं। इस पर विचार कीजिए। यदि आप समस्या का शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं तो फिर कोई मुद्दा नहीं है। हम चाहते हैं कि बातचीत का दरवाजा खुला रहे। यह अंतिम मौका है। रक्तपात और बातचीत एकसाथ नहीं चल सकते।" बनर्जी ने क्षेत्र के लोगों का आह्वान किया कि वे नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का साथ दें। उन्होंने कहा, "लोगों को आगे आना चाहिए और नक्सलियों के खिलाफ खड़े होना चाहिए। वे बाहर से आते हैं, और लोगों की हत्या करने के लिए भाड़े के हत्यारों का इस्तेमाल करते हैं। वे केवल बंदूक के बल पर धन उगाही करते हैं।" बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस एवं कांग्रेस की सरकार शांति चाहती है। उन्होंने कहा, "यदि यहां शांति है, तो मैं इस क्षेत्र के लिए सबकुछ कर सकती हूं। बिना शांति के कुछ नहीं करुं गी।" बनर्जी ने कहा कि शांति रहने पर नौकरी, स्कूल, कॉलेज एवं अस्पतालों की व्यवस्था हो सकेगी। उन्होंने कहा, "जब वार्ता चल रही है तो खून क्यों बहाया जा रहा है।" नक्सलियों को अपनी हत्या करने की चुनौती देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "मैं देखना चाहती हूं कि तुम लोगों में कितनी हिम्मत है। छुपे क्यों हो। आओ झारग्राम में मुकाबला करें। मैं तुम्हारी राइफलों से भयभीत नहीं हूं। तुम मेरे नेताओं को भी मार सकते हो, लेकिन अगर तुम हमारे पांच लोगों को मारोगे तो पांच लाख लोग संघर्ष के लिए तैयार हो जाएंगे।" जंगलमहल इलाके के 10,000 लोगों को पुलिस एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक बल में भर्ती करने की अपनी पूर्व घोषणा पर उन्होंने कहा कि प्रक्रिया चल रही है और जिन लोगों को इसमें मौका नहीं मिलेगा उनकी क्षमता के अनुसार उनके लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी। बनर्जी सत्ता में आने के बाद दूसरी बार जंगलमहल के दौरे पर थीं। उन्होंने सुवर्णरेखा नदी पर 170 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एक पुल की आधारशिला रखी। बनर्जी ने स्टेडियम के आधुनिकीकरण परियोजना की भी घोषणा की। इसके साथ ही बनर्जी ने चार अन्य स्टेडियम, और रामगढ़ में एक पॉलीटेकि्न क कॉलेज, लड़कियों के लिए 31 छात्रावास, चार नए कॉलेज, ढेर सारी पेयजल परियोजनाओं, नए पर्यटक विश्रामगृहों, व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों, छात्राओं के लिए 20,000 साइकिलों, दो मॉडल स्कूल और गरीबों के लिए 5,600 मकानों की घोषणा की।


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