पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने शनिवार को कहा कि ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना (Train Accident) ‘‘इस सदी का सबसे बड़ा'' रेल हादसा है और सच्चाई का पता लगाने के लिए उचित जांच की आवश्यकता है. रेल मंत्री (Railway Minister) के तौर पर दो बार सेवाएं दे चुकीं बनर्जी बचाव अभियान का जायजा लेने के लिए शनिवार दोपहर दुर्घटनास्थल पहुंचीं. उन्होंने वहां पहले से मौजूद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से बात की.
बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह इस सदी का सबसे बड़ा ट्रेन हादसा है और इसकी उचित जांच की जानी चाहिए.''उन्होंने कहा, ‘‘इसके पीछे जरूर कुछ होगा. सच्चाई सामने आनी ही चाहिए. रेलगाड़ियों को टकराने से रोकने की प्रणाली ने काम क्यों नहीं किया.''
बनर्जी ने हादसे में मारे गए पश्चिम बंगाल के यात्रियों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है. उन्होंने रेलवे और ओडिशा सरकार को भी पूरी मदद मुहैया कराने की पेशकश की. उन्होंने कहा, ‘‘हमने 70 एंबुलेंस, 40 चिकित्सक और नर्स घायलों की मदद के लिए पहले ही भेज दिए हैं.''
रेलवे ने मृतकों के परिजनों के लिए 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए दो-दो लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों के लिए पचास-पचास हजार रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया, और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की अतिरिक्त अनुग्रह राशि की घोषणा की.
ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने तथा एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 261 हो गई. उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कोलकाता से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण में बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम सात बजे के आसपास हुआ यह हादसा भारत का अब तक का चौथा सबसे भीषण हादसा है.
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