अखाड़ा परिषद (Akhara Parishad) के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri Suicide case) की कथित तौर पर खुदकुशी के मामले में सीबीआई (CBI) ने शनिवार को चार्जशीट दाखिल कर दी. सीबीआई ने आरोपपत्र में कहा है कि महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाया गया था. सीबीआई ने चार्जशीट में महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य महंत आनंद गिरि, अध्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी पर उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने और साजिश रचने का आरोप लगाया है.
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इन आरोपियों पर आईपीसी की धारा 306 और 120-बी के तहत चार्जशीट दाखिल की गई है. यह आरोपपत्र सीजेएम कोर्ट प्रयागराज में दाखिल किया गया है. अभी ये तीनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं. जज ने इस आरोपपत्र का संज्ञान लिया है. मामले में अगली सुनवाई 2 दिसंबर को निर्धारित की गई है.
सीबीआई पिछले हफ्ते आनंद गिरि (Mahant Anand Giri) को हरिद्वार लेकर पहुंची थीं, जहां उसका आश्रम बन रहा है. उसके लैपटॉप, आईपैड और अन्य जरूरी उपकरणों से केंद्रीय जांच एजेंसी के हाथों अहम सबूत मिलने की संभावना के बाद यह कदम उठाया गया था. सीबीआई आनंद गिरि को प्रयागराज से हवाई जहाज़ से लेकर देहरादून पहुंची थी और उसके बाद सड़क के रास्ते हरिद्वार में उनके आश्रम लेकर आई. आनंद गिरि ने कहा था कि सीबीआई को अपना काम करने दीजिए. सच्चाई सामने आ जाएगी.
गौरतलब है कि महंत नरेंद्र गिरि 21 सिंतबर को प्रयागराज में अपने बाघम्बरी मठ में मृत पाए गए थे. उन्होंने कथित तौर पर अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि आनंद गिरि की वजह से ही वो खुदकुशी कर रहे हैं. सुसाइट में लिखा था, हरिद्वार से उन्हें किसी ने बताया है कि आनंद गिरि कंप्यूटर की मदद से किसी लड़की या महिला के साथ उनकी तस्वीर ग़लत काम करते हुए तैयार कर वायरल करने वाला. इसलिए मैं खुदकुशी कर रहा हूं. अगर ऐसी कोई तस्वीर या वीडियो है तो वह हरिद्वार में ही हो सकती है.
महंत आनंद गिरि की हवाई जहाज में सफर करते और अन्य तरह की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थीं. हालांकि उनका कहना है कि वो पूरी तरह निर्दोष हैं.
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