छतरपुर जिले में ग्रामीणों ने अनाज की दुकान लूट ली (प्रतीकात्मक फोटो).
छतरपुर:
मध्यप्रदेश में छतरपुर जिले के बमीठा थाना क्षेत्र के बरद्वाहा गांव में ग्रामीणों ने कथित तौर पर नगदी खत्म होने और सरकारी उचित मूल्य की दुकान से पिछले कई माह से अनाज नहीं मिलने से नाराज होकर कल दुकान से अनाज लूट लिया.
बरद्वाहा गांव की सरकारी उचित मूल्य की दुकान के मालिक मुन्नी लाल अहिरवार ने पुलिस को की गई शिकायत में कहा कि ग्रामीणों के पास अनाज खरीदने के लिए नकद राशि नहीं थी, इसलिए ग्रामीणों ने दुकान से अनाज लूट लिया जबकि पुलिस ने लूट की घटना से इंकार करते हुए कहा कि ग्रामीणों और दुकानदार के बीच राशन को लेकर विवाद हुआ था.
बरद्वाहा गांव के सरपंच नोनेलाल ने आरोप लगाया कि ग्रामीणों को चार माह से सरकारी उचित मूल्य की दुकान से अनाज नहीं मिल रहा था. ग्रामीणों ने इस मामले में पुलिस और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन को भी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. सरपंच ने दुकानदार द्वारा ग्रामीणों पर लगाये गए अनाज लूटने के आरोप का खंडन किया.
पुलिस के सहायक उप निरीक्षक रामकुशल तिवारी ने बताया कि ग्रामीणों को उचित मूल्य की दुकान से पिछले चार माह से राशन नहीं मिल रहा था और ग्रामीण, दुकानदार से पिछले सभी माहों का राशन एक साथ देने की मांग कर रहे थे. जबकि दुकानदार केवल एक माह का अनाज देने के लिए सहमत था. इस बात पर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था.
इस घटना का कथित वीडियो भी सोशल मीडिया में प्रसारित हुआ है जिसमें ग्रामीणों को उचित मूल्य की दुकान लूटते हुए दिखाया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बरद्वाहा गांव की सरकारी उचित मूल्य की दुकान के मालिक मुन्नी लाल अहिरवार ने पुलिस को की गई शिकायत में कहा कि ग्रामीणों के पास अनाज खरीदने के लिए नकद राशि नहीं थी, इसलिए ग्रामीणों ने दुकान से अनाज लूट लिया जबकि पुलिस ने लूट की घटना से इंकार करते हुए कहा कि ग्रामीणों और दुकानदार के बीच राशन को लेकर विवाद हुआ था.
बरद्वाहा गांव के सरपंच नोनेलाल ने आरोप लगाया कि ग्रामीणों को चार माह से सरकारी उचित मूल्य की दुकान से अनाज नहीं मिल रहा था. ग्रामीणों ने इस मामले में पुलिस और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन को भी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. सरपंच ने दुकानदार द्वारा ग्रामीणों पर लगाये गए अनाज लूटने के आरोप का खंडन किया.
पुलिस के सहायक उप निरीक्षक रामकुशल तिवारी ने बताया कि ग्रामीणों को उचित मूल्य की दुकान से पिछले चार माह से राशन नहीं मिल रहा था और ग्रामीण, दुकानदार से पिछले सभी माहों का राशन एक साथ देने की मांग कर रहे थे. जबकि दुकानदार केवल एक माह का अनाज देने के लिए सहमत था. इस बात पर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था.
इस घटना का कथित वीडियो भी सोशल मीडिया में प्रसारित हुआ है जिसमें ग्रामीणों को उचित मूल्य की दुकान लूटते हुए दिखाया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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