लोकपाल के सदस्य रिटायर्ड जस्टिस एके त्रिपाठी का कोरोना संक्रमण से हुआ निधन, उन्हें 2 अप्रैल को एम्स में भर्ती कराया गया था. वह 62 वर्ष के थे. अप्रैल की शुरुआत में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उन्हें नाजुक हालत में भर्ती कराया गया था और वेंटिलेटर पर रखा गया था. उनकी बेटी और रसोइ को भी कोरोना संक्रमण हुआ था लेकिन वो दोनों इससे ठीक हो गए.
जस्टिस त्रिपाठी को एम्स में भर्ती कराया गया था और जांच में उनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी जिसके बाद उन्हें ट्रॉमा सेंटर भेज दिया गया गसर था. त्रिपाठी कोरोना के पहले ऐसे मरीज थे जिन्हें वहां भेजा गया था.
एम्स के ट्रॉमा सेंटर में ज्यादातर दुर्घटना के शिकार लोगों का इलाज किया जाता है लेकिन उसे हाल ही में समर्पित कोरोना अस्पताल बनाया गया है.
स्वास्थ्य पेशेवरों ने कहा है कि कोरोनोवायरस विशेष रूप से बहुत छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक है.
देशभर की बात करें तो कोरोना संक्रमितों आंकड़ा बढ़कर 37,776 पर पहुंच गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) द्वारा शनिवार शाम को जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोनावायरस से अब तक 1,223 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि संक्रमितों की संख्या 37,776 हो गई है. वहीं, पिछले 24 घंटों में कोरोना के सबसे ज्यादा 2,411 नए मामले सामने आए हैं और 71 लोगों की मौत हुई है. हालांकि, थोड़ी राहत वाली बात यह है कि इस बीमारी से अब तक 10,018 मरीज ठीक को चुके हैं. रिकवरी रेट 26.64 प्रतिशत हो गया. बता दें कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन (Lockdown) लगाया गया. लॉकडाउन के मौजूदा चरण को बढ़ाकर 17 मई कर दिया गया है.
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