
बीफ के शक में भीड़ ने पीट-पीटकर की हत्या
रामगढ़:
झारखंड के रामगढ़ ज़िले में अलीमुद्दीन नाम के एक शख्स को भीड़ ने गुस्से में आकर इसलिए मार दिया, क्योंकि उसकी वैन में बीफ़ होने का शक था, जिसके बाद वैन को आग के हवाले कर दिया गया. इस मामले में 12 लोगों के ख़िलाफ़ नामजद FIR दर्ज की गई है. घटना के बाद इलाक़े में तनाव को देखते हुए रामगढ़ शहर में धारा 144 लगा दी गई है. पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है.पोस्टमार्टम के बाद परिवार ने पहले शव लेने से इनकार कर दिया था, लेकिन बाद में वे मान गए हालांकि इस खबर का एक और पहलू सामने आ रहा है. मृतक और आरोपी दोनों एक-दूसरे को पहले से जानते थे. ऐसे में ये मामला आपसी रंजिश का भी हो सकता है.
रामगढ़ के एसपी किशोर कौशल का कहना है कि कुछ गिरफ्तारियां भी हुई हैं. कुछ नामज़द लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई हैं. हत्या के बाद इलाके में कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए गए हैं. अभी शहर में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.
उल्लेखनीय है कि अलीमुद्दीन उर्फ असगर अंसारी एक मारुति वैन में मांस ले जा रहा था. तभी किसी ने अफवाह फैला दी कि वैन में बीफ है. लोगों के एक समूह ने बाजरटांड गांव में असगर को रोका और उस पर बेरहमी से हमला कर दिया उसकी वैन में आग लगा दी. पुलिस ने उसे भीड़ से बचाया और अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
इससे पहले गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने भीड़ की हिंसा को गलत ठहराते हुए गुजरात में कहा था कि गोरक्षा के नाम पर हिंसा क्यों? मौजूदा हालातों पर पीड़ा होती है. गाय की सेवा ही गाय की भक्ति है. गोरक्षा के नाम पर हिंसा ठीक नहीं है. देश को अहिंसा के रास्ते पर चलना होगा. गोभक्ति के नाम पर लोगों हत्या स्वीकार नहीं की जाएगी. अगर वह इंसान गलत है तो कानून अपना काम करेगा, किसी को भी कानून हाथ में लेने की जरूरत नहीं है. हिंसा समस्या का समाधान नहीं है.
रामगढ़ के एसपी किशोर कौशल का कहना है कि कुछ गिरफ्तारियां भी हुई हैं. कुछ नामज़द लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई हैं. हत्या के बाद इलाके में कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए गए हैं. अभी शहर में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.
उल्लेखनीय है कि अलीमुद्दीन उर्फ असगर अंसारी एक मारुति वैन में मांस ले जा रहा था. तभी किसी ने अफवाह फैला दी कि वैन में बीफ है. लोगों के एक समूह ने बाजरटांड गांव में असगर को रोका और उस पर बेरहमी से हमला कर दिया उसकी वैन में आग लगा दी. पुलिस ने उसे भीड़ से बचाया और अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
इससे पहले गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने भीड़ की हिंसा को गलत ठहराते हुए गुजरात में कहा था कि गोरक्षा के नाम पर हिंसा क्यों? मौजूदा हालातों पर पीड़ा होती है. गाय की सेवा ही गाय की भक्ति है. गोरक्षा के नाम पर हिंसा ठीक नहीं है. देश को अहिंसा के रास्ते पर चलना होगा. गोभक्ति के नाम पर लोगों हत्या स्वीकार नहीं की जाएगी. अगर वह इंसान गलत है तो कानून अपना काम करेगा, किसी को भी कानून हाथ में लेने की जरूरत नहीं है. हिंसा समस्या का समाधान नहीं है.
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