पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) के बाद बढ़े वैश्विक दबाव के बीच पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर (Masood Azhar) के भाई मुफ्ती अब्दुर रऊफ (Mufti Abdul Rauf) और बेटे सहित 44 आतंकियों को गिरफ्तार किया है. सूत्रों ने बताया कि हम्माद अजहर को भी गिरफ्तार किया गया है. साथ-साथ प्रतिबंधित संगठन के 44 और लोगों को भी गिरफ़्तार किया गया है. बता दें कि मुफ़्ती अब्दुल रऊफ़ ने ही मसूद अजहर को छुड़ाने के लिए IC-814 विमान का अपहरण किया था. भारत ने अभी डोजियर में इसका नाम दिया था. बता दें कि मुफ्ती अब्दुर रऊफ बहावलपुर में जैश के मदरसे का इंचार्ज है. पाकिस्तान के गृह राज्यमंत्री शहरयार खान अफरीदी ने कहा कि कार्रवाई में पकड़े गए 44 सदस्यों में अजहर का भाई मुफ्ती अब्दुर रऊफ और बेटा हम्माद अजहर शामिल है. उन्होंने कहा कि भारत द्वारा पिछले सप्ताह पाकिस्तान को सौंपे गए डॉजियर में मुफ्ती अब्दुर रऊफ और हम्माद अजहर के नाम शामिल थे. हालांकि उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई किसी दबाव में नहीं की गई है. मंत्री ने कहा कि सभी प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
यह भी पढ़ें: जैश प्रमुख मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने का विरोध नहीं करेगा पाकिस्तान?
बता दें कि हाल ही में भारत द्वारा जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर के खिलाफ पाकिस्तान सरकार से कार्रवाई की मांग का असर होता दिखा था. सूत्रों ने बताया था कि पाकिस्तान सरकार मसूद अजहर के खिलाफ कार्रवाई करने का मन बना रही है. सूत्रों का कहना था कि हालांकि पाकिस्तान सरकार ऐसा करते समय भारत के दबाव में नहीं दिखना चाहती है. यही वजह है कि पाकिस्तान अभी मसूद अजहर को जेल में डालने जैसी कार्रवाई के पक्ष में नहीं दिख रहा है. खबर है कि पाकिस्तान सरकार इस बात पर भी विचार कर रही है कि यूएनएससी द्वारा मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकियों के लिस्ट में शामिल करने का वह विरोध न करे.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट में दावा, जैश सरगना और मोस्ट वांटेड आतंकी मसूद अजहर 'जिंदा' है
अगर पाकिस्तान सरकार ऐसा करती है तो फिर चीन की तरफ से भी मसूद के विरोध में वीटो पावर के इस्तेमाल करने का आधार खत्म हो जाएगा. बता दें कि मसूद अजहर को लेकर यूएस, यूके और फ्रांस ने नया प्रस्ताव पेश किया है. इस प्रस्ताव को लेकर चीन के पास 13 मार्च तक वीटो का इस्तेमाल करने का मौका है.
यह भी पढ़ें: आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने में नाकाम रहा पकिस्तान, FATF ने सुनाई खरी-खरी; लक्ष्य पूरा करने के लिए अक्टूबर तक का वक्त
बता दें कि हाल ही में खबर आई थी कि पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में बना रहेगा. फिलहाल उसे ब्लैक लिस्ट में नहीं डाला गया है, लेकिन FATF, जो देशों के आतंकी फंडिंग रोकने पर नजर रखता है, ने पाक को खरी-खरी तो सुनाई ही है, तीखी चेतावनी भी दी है.
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स ने कहा था कि लश्कर, जैश और जमात उद दावा जैसे आतंकी संगठनों की फंडिंग पर सही तरीके से लगाम लगाने में पाकिस्तान नाकामयाब रहा है. पाकिस्तान को इन रणनीतिक कमियों से पार पाने के लिए काम करना चाहिए. पाकिस्तान इन आतंकी संगठनों- दाएश, अल कायदा, जमात-उद-दावा और उसी का अंग फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हक्कानी नेटवर्क और तालिबान से जुड़े लोगों से बने खतरे का सही आकलन नहीं दिखाता. FATF ने कहा था कि आतंकी फंडिंग को रोकने के लिए जिस एक्शन प्लान की डेडलाइन जनवरी 2019 थी उस पर भी पाकिस्तान ने थोड़ी ही प्रगति दिखाई है. अब वो मई 2019 के लक्ष्य जल्द से जल्द पूरे करे.
VIDEO: क्या मसूद अजहर पर कार्रवाई होगी?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं