यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
लखनऊ:
मुलायम सिंह के गांव सैफई में अब आईपीएल भी हो सकेगा। उनके बेटे अखिलेश यादव वहां अब इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनवा रहे हैं। जिसके लिए यूपी कैबिनेट ने 346 करोड़ का बजट बुधवार को मंजूर कर दिया है।
यही नहीं, अब आगरा में ताजमहल देखने आए सैलानी साइकिल से सीधे इटावा के लायन सफारी पहुंच सकेंगे। इसके लिए ताजमहल से इटावा के लायन सफारी तक एक साइकिल ट्रैक बनाया जाएगा। ये देश का पहला हाईवे साइकिल ट्रैक होगा। हां यह जरूर है कि सैलानियों को साइकिल से ताजमहल से इटावा की लायन सफारी तक पहुंचने के लिए बस 197 किलोमीटर साइकिल चलानी होगी।
सैफई शायद देश का सबसे विकसित गांव है, ऐसा गांव जो यूपी के तमाम शहरों को मात देता है। इसके विकास की शुरुआत मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री बनने पर शुरू की थी। अब उनके बेटे अखिलेश पिता के काम को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां पहले से कई स्टेडियम हैं। एक बड़ा इंडोर स्टेडियम भी है। इनमें से एक पुराने स्टेडियम को तोड़ कर नया इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाया जा रहा है। लेकिन सारी तरक्की के बावजूद इटावा में बहुत छोटे-छोटे औसत दर्जे के कस्बाई होटल हैं। यानी अगर यहां कोई इंटरनेशनल मैच हो तो ना तो खिलाड़ियों और दूसरे लोगों को रहने की कोई जगह है और ना ही एयरपोर्ट। एक एयरपोर्ट जरूर है जिसपर छोटे विमान और चौपर उतरते रहते हैं।
सैफई में एक मेडिकल कॉलेज है, एक पोस्टग्रैजुएट मेडिकल इंस्टिट्यूट, एक पारामेडिकल इंस्टिट्यूट, एक बहुत बड़ा डिग्री कॉलेज और अमिताभ बच्चन के नाम पर भी एक कॉलेज है। यही नहीं सैफई देश का अकेला ऐसा गांव है जहां होने वाले सैफई महोत्सव में बॉलीवुड के ज्यादातर बड़े सितारे परफॉर्म कर चुके हैं।
सैफई में सबकुछ है बस शेर की कमी थी, वह भी अखिलेश यादव ने पूरी कर दी। मुलायम सिंह की ख्वाहिश थी कि वहां बब्बर शेर की एक सफारी बना दी जाए। लिहाजा उनके बेटे अखिलेश यादव ने पिता की यह ख्वाहिश भी पूरी कर दी। मुलायम-अखिलेश की विरोधी कहते हैं कि सैफई में अब सबकुछ है बस एक समंदर की कमी है।
यही नहीं, अब आगरा में ताजमहल देखने आए सैलानी साइकिल से सीधे इटावा के लायन सफारी पहुंच सकेंगे। इसके लिए ताजमहल से इटावा के लायन सफारी तक एक साइकिल ट्रैक बनाया जाएगा। ये देश का पहला हाईवे साइकिल ट्रैक होगा। हां यह जरूर है कि सैलानियों को साइकिल से ताजमहल से इटावा की लायन सफारी तक पहुंचने के लिए बस 197 किलोमीटर साइकिल चलानी होगी।
सैफई शायद देश का सबसे विकसित गांव है, ऐसा गांव जो यूपी के तमाम शहरों को मात देता है। इसके विकास की शुरुआत मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री बनने पर शुरू की थी। अब उनके बेटे अखिलेश पिता के काम को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां पहले से कई स्टेडियम हैं। एक बड़ा इंडोर स्टेडियम भी है। इनमें से एक पुराने स्टेडियम को तोड़ कर नया इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाया जा रहा है। लेकिन सारी तरक्की के बावजूद इटावा में बहुत छोटे-छोटे औसत दर्जे के कस्बाई होटल हैं। यानी अगर यहां कोई इंटरनेशनल मैच हो तो ना तो खिलाड़ियों और दूसरे लोगों को रहने की कोई जगह है और ना ही एयरपोर्ट। एक एयरपोर्ट जरूर है जिसपर छोटे विमान और चौपर उतरते रहते हैं।
सैफई में एक मेडिकल कॉलेज है, एक पोस्टग्रैजुएट मेडिकल इंस्टिट्यूट, एक पारामेडिकल इंस्टिट्यूट, एक बहुत बड़ा डिग्री कॉलेज और अमिताभ बच्चन के नाम पर भी एक कॉलेज है। यही नहीं सैफई देश का अकेला ऐसा गांव है जहां होने वाले सैफई महोत्सव में बॉलीवुड के ज्यादातर बड़े सितारे परफॉर्म कर चुके हैं।
सैफई में सबकुछ है बस शेर की कमी थी, वह भी अखिलेश यादव ने पूरी कर दी। मुलायम सिंह की ख्वाहिश थी कि वहां बब्बर शेर की एक सफारी बना दी जाए। लिहाजा उनके बेटे अखिलेश यादव ने पिता की यह ख्वाहिश भी पूरी कर दी। मुलायम-अखिलेश की विरोधी कहते हैं कि सैफई में अब सबकुछ है बस एक समंदर की कमी है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
अखिलेश यादव, सैफई, आईपीएल, इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, लायन सफारी, Akhilesh Yadav, Safai, IPL, International Cricket Stadium, Lion Safari