भारतीय मंगलयान में सोमवार सुबह एक छोटी तकनीकी गड़बड़ी पैदा हो गई। ईंधन के रिसाव के कारण मंगलयान के कक्षा उन्नयन की चौथी गतिविधि तय लक्ष्य के अनुरूप नहीं हो सकी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार मंगलयान के चौथे कक्षा उन्नयन के दौरान सोमवार को ईंधन के रिसाव को बंद किया गया।
ईंधन के रिसाव के कारण मंगलयान पृथ्वी से अधिकतम 71,636 किलोमीटर दूर की कक्षा से तय लक्ष्य 100,000 किलोमीटर दूर की कक्षा में नहीं पहुंच सका।
इसरो के अध्यक्ष के. राधाकृष्णन ने फोन पर बताया कि मंगलयान 78,276 किलोमीटर तक की कक्षा तक ही पहुंच सका।
इसरो के अनुसार मंगलयान की स्थिति पूरी तरह ठीक है और पूरक कक्षा उन्नयन कार्यक्रम मंगलवार सुबह किया जाएगा। इस दौरान मंगलयान को 100,000 किलोमीटर दूर कक्षा में पहुंचाने का प्रयास होगा।
इसरो ने कहा कि मंगलयान ने 100,000 किलोमीटर की कक्षा में पहुंचने के लिए आवश्यक 130 मीटर/सेकंड के बजाय केवल 35 मीटर/सेकंड की गति ही हासिल की।
इसरो के अधिकारी ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि इस विचलन को बाद में संचालन के दौरान ठीक किया जाएगा।
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