कोलकाता में शुरू हुई बायोगैस बस सेवा देश की पहली बायोगैस और सबसे सस्ती बस सेवा है (प्रतीकात्मक चित्र)
कोलकाता:
प्रदूषण से जूझ रहे कोलकातावासियों के लिए एक अच्छी ख़बर है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने कोलकाता में बायोगैस बस सेवा शुरू की है. ये बसें गोबर तथा कचरे से बनने वाली गैस से चलती हैं. फिलहाल 16 बायोगैस बसों को सड़कों पर उतारा गया है और ख़ास बात यह है कि इसका किराया भी न्यूनतम एक रुपये रखा गया है.
बायोगैस से चलने वाली 55 सीटों वाली बसों ने शुक्रवार से कोलकाता की सड़कों पर दौड़ लगानी शुरू कर दी है. बस ऑपरेटरों का दावा है कि यह भारत की पहली ऐसी बस सेवा है. इस बस पर चढ़ने वाले प्रत्येक यात्री से महज एक रुपये का न्यूनतम किराया लिया जाएगा, जबकि महानगर की डीजल बसों का न्यूनतम किराया छह रुपये है.
कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों में तैनात किए जाने वाली 16 बसों का बेड़े में से एक बस ने 17.5 किलोमीटर अल्टदंगा-गायरिया तक का सफर किया.
वैकल्पिक ऊर्जा कंपनी, फोएनिक्स इंडिया रिसर्च एंड डेवलपमेंट ग्रुप की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ज्योति प्रकाश दास ने बताया कि यह बस एक किलोग्राम बायोगैस में छह किलोमीटर का चलती है, जिसकी लागत 20 रुपये है. बस की ईंधन टंकी में 80 किलोग्राम गैस भरी जा सकती है और एकबार टंकी फुल होने पर बस करीब 1600 किलोमीटर का सफर कर सकती है.
इन बसों के संचालन के लिए कोलकाता में 100 बायोगैस स्टेशन बनाए जाएंगे. पहला स्टेशन अल्टदंगा में लगाया जाएगा.
यह पहल नई और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के केंद्रीय सब्सिडी योजना के तहत शुरू की गई है. इस बस के निर्माण में करीब 18 लाख रुपये की लागत आई है.
(इनपुट आईएएनएस से भी)
बायोगैस से चलने वाली 55 सीटों वाली बसों ने शुक्रवार से कोलकाता की सड़कों पर दौड़ लगानी शुरू कर दी है. बस ऑपरेटरों का दावा है कि यह भारत की पहली ऐसी बस सेवा है. इस बस पर चढ़ने वाले प्रत्येक यात्री से महज एक रुपये का न्यूनतम किराया लिया जाएगा, जबकि महानगर की डीजल बसों का न्यूनतम किराया छह रुपये है.
कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों में तैनात किए जाने वाली 16 बसों का बेड़े में से एक बस ने 17.5 किलोमीटर अल्टदंगा-गायरिया तक का सफर किया.
वैकल्पिक ऊर्जा कंपनी, फोएनिक्स इंडिया रिसर्च एंड डेवलपमेंट ग्रुप की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ज्योति प्रकाश दास ने बताया कि यह बस एक किलोग्राम बायोगैस में छह किलोमीटर का चलती है, जिसकी लागत 20 रुपये है. बस की ईंधन टंकी में 80 किलोग्राम गैस भरी जा सकती है और एकबार टंकी फुल होने पर बस करीब 1600 किलोमीटर का सफर कर सकती है.
इन बसों के संचालन के लिए कोलकाता में 100 बायोगैस स्टेशन बनाए जाएंगे. पहला स्टेशन अल्टदंगा में लगाया जाएगा.
यह पहल नई और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के केंद्रीय सब्सिडी योजना के तहत शुरू की गई है. इस बस के निर्माण में करीब 18 लाख रुपये की लागत आई है.
(इनपुट आईएएनएस से भी)
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