
फाइल फोटो
नई दिल्ली:
डोकलाम में चीन की हरकतों के मद्देनजर विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि डोकलाम में यथास्थिति में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जहां पिछले साल करीब दो महीने तक भारत और चीन के सैनिकों के बीच गतिरोध की स्थित बनी रही थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस तरह की धारणाओं को खारिज करते हुए कहा, ‘हमारा ध्यान कुछ खबरों की ओर गया है जो डोकलाम में हालात के संबंध में सरकार की ओर से बताई गयी स्थिति की सटीकता पर सवाल खड़ा करती हैं.’
यह भी पढ़ें - डोकलाम इलाके में चीन के सैन्य शिविर बनाने पर कांग्रेस ने पीएम मोदी से सवाल किया
उन्होंने कहा कि गतिरोध वाली जगह पर यथास्थिति में किसी तरह के बदलाव के बारे में बार बार पूछे गये सवालों के जवाब में सरकार कह चुकी है कि इस तरह के आरोपों का कोई आधार नहीं है. कुमार ने कहा, ‘सरकार एक बार फिर दोहराती है कि गतिरोध स्थल पर यथास्थिति में बदलाव नहीं किया गया है. इसके विपरीत कोई भी धारणा गलत और शरारतपूर्ण है.’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान इस तरह की खबरों की पृष्ठभूमि में आये हैं कि चीन विवादित क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का विकास कर रहा है.
यह भी पढ़ें - कांग्रेस का बड़ा आरोप, 'पीएम मोदी और सुषमा ने डोकलाम पर देश को गुमराह किया'
कुमार ने यह भी कहा कि इस बात को याद किया जा सकता है कि डोकलाम क्षेत्र में उपजे गतिरोध के हालात को भारत और चीन के बीच कूटनीतिक बातचीत के बाद सुलझा लिया गया था, जिसके आधार पर दोनों पक्ष गतिरोध स्थल से अपने जवानों को हटाने के लिए एक सहमति पर पहुंचे थे.
VIDEO: डोकलाम में चीनी जमावड़ा बढ़ा
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह भी पढ़ें - डोकलाम इलाके में चीन के सैन्य शिविर बनाने पर कांग्रेस ने पीएम मोदी से सवाल किया
उन्होंने कहा कि गतिरोध वाली जगह पर यथास्थिति में किसी तरह के बदलाव के बारे में बार बार पूछे गये सवालों के जवाब में सरकार कह चुकी है कि इस तरह के आरोपों का कोई आधार नहीं है. कुमार ने कहा, ‘सरकार एक बार फिर दोहराती है कि गतिरोध स्थल पर यथास्थिति में बदलाव नहीं किया गया है. इसके विपरीत कोई भी धारणा गलत और शरारतपूर्ण है.’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान इस तरह की खबरों की पृष्ठभूमि में आये हैं कि चीन विवादित क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का विकास कर रहा है.
यह भी पढ़ें - कांग्रेस का बड़ा आरोप, 'पीएम मोदी और सुषमा ने डोकलाम पर देश को गुमराह किया'
कुमार ने यह भी कहा कि इस बात को याद किया जा सकता है कि डोकलाम क्षेत्र में उपजे गतिरोध के हालात को भारत और चीन के बीच कूटनीतिक बातचीत के बाद सुलझा लिया गया था, जिसके आधार पर दोनों पक्ष गतिरोध स्थल से अपने जवानों को हटाने के लिए एक सहमति पर पहुंचे थे.
VIDEO: डोकलाम में चीनी जमावड़ा बढ़ा
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)