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भारत ने शनिवार को स्वदेश निर्मित 'पृथ्वी-2' मिसाइल का ओडिशा तट पर स्थित समन्वित प्रक्षेपण स्थल से परीक्षण किया। यह परीक्षण सेना में इसके इस्तेमाल के उद्देश्य से किया गया।
रक्षा सू़त्रों ने कहा, सतह से सतह पर मार करने वाले अत्याधुनिक मिसाइल को सुबह 11 बजे समन्वित प्रक्षेपण स्थल के परिसर-3 में सचल प्रक्षेपक से प्रक्षेपित किया गया। यह परीक्षण परिचालन अभियान का हिस्सा है। कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल को पहले ही सेना में शामिल किया जा चुका है। मिसाइल का परीक्षण चांदीपुर प्रक्षेपण स्थल से उपयोग परीक्षण के तौर पर किया गया।
रक्षा सूत्रों ने कहा कि इस अत्याधुनिक मिसाइल का परिचालन सामरिक कमान बल कर रही है। इस मिसाइल का परीक्षण यह पता लगाने के लिए किया गया है कि वक्त आने पर हथियार कितना प्रभावी होगा। अधिकारी ने कहा, पूरी कवायद का उद्देश्य मिसाइल की नियंत्रण एवं निर्देशन प्रणाली का आकलन करने के साथ सेना को इसका प्रशिक्षण प्रदान करने किया गया है।
नौ मीटर लंबा, एक मीटर व्यास एवं दो इंजन वाला तरल प्रणोदक संचालित पृथ्वी-2 मिसाइल पारंपरिक एवं परमाणु दोनों तरह के हथियारों को ले जाने में सक्षम है। समन्वित निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम के तहत तैयार किया जाने वाला पृथ्वी पहला बैलिस्टिक मिसाइल है। यह मिसाइल 500 किलोग्राम का हथियार ले जाने और 350 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है।
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