नई दिल्ली:
केंद्र सरकार ने असम राज्य को अगले तीन महीनो के लिए 'अशांत क्षेत्र' घोषित कर दिया है और वहां पर ये तर्क देकर अफस्पा (AFSPA) लगा दिया है कि इलाक़े में यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) और नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) जैसे विद्रोही समूह हिंसा फैला रहे हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के राजपत्र अधिसूचना (Gazette Notification) में असम के अलावा मेघालय के कुछ इलाक़ों को अशांत घोषित किया गया है और इन इलाक़ों में अगले तीन महीनों के लिए 3 मई से अफस्पा (AFSPA) लगा दिया गया है.
मंत्रालय के मुताबिक़, 2016 में असम में हिंसा की 75 वारदातें हुई हैं, जिसमें 33 लोग मारे गए हैं. इनमें 4 सुरक्षाकर्मी है और 14 लोग वो थे, जिन्हें अगवा किया गया था.
इसके अलावा राज्य में 2017 में हिंसा की नौ घटनाएं हुई हैं, जिसमें दो सुरक्षाकर्मियों समेत चार लोग मारे गए.
इन सभी हिंसा की वारदातों को विद्रोही गुटों यानी उल्फा और एनडीएफबी ने अंजाम दिया. एक दूसरे गजट नोटिफ़िकेशन में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश के तिराप चांगलंग और लोंगडिंग को भी अगले तीन महीनों के लिए अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया है.
गृह मंत्रालय ने इस फ़ैसले को यह कहकर सही ठहराया है कि इन इलाक़ों में NSCN(IM), NSCN(K), ULFA, NDFB जैसे गुट हिंसा फैला रहे हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के राजपत्र अधिसूचना (Gazette Notification) में असम के अलावा मेघालय के कुछ इलाक़ों को अशांत घोषित किया गया है और इन इलाक़ों में अगले तीन महीनों के लिए 3 मई से अफस्पा (AFSPA) लगा दिया गया है.
मंत्रालय के मुताबिक़, 2016 में असम में हिंसा की 75 वारदातें हुई हैं, जिसमें 33 लोग मारे गए हैं. इनमें 4 सुरक्षाकर्मी है और 14 लोग वो थे, जिन्हें अगवा किया गया था.
इसके अलावा राज्य में 2017 में हिंसा की नौ घटनाएं हुई हैं, जिसमें दो सुरक्षाकर्मियों समेत चार लोग मारे गए.
इन सभी हिंसा की वारदातों को विद्रोही गुटों यानी उल्फा और एनडीएफबी ने अंजाम दिया. एक दूसरे गजट नोटिफ़िकेशन में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश के तिराप चांगलंग और लोंगडिंग को भी अगले तीन महीनों के लिए अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया है.
गृह मंत्रालय ने इस फ़ैसले को यह कहकर सही ठहराया है कि इन इलाक़ों में NSCN(IM), NSCN(K), ULFA, NDFB जैसे गुट हिंसा फैला रहे हैं.