नई दिल्ली:
इंजीनियरिंग संकाय में दाखिले के लिए एकल प्रवेश परीक्षा संबंधी विवाद पर सरकार के अगले सप्ताह बैठक बुलाने से पहले आईआईटी निदेशकों ने समझौते के लिए फार्मूले पर चर्चा की जिसमें पर्सेंटाइल के आधार पर संबंधित बोर्ड की मेधासूची तैयार कर शीर्ष 20 छात्रों का चयन करना शामिल है।
ऐसे संकेत मिले हैं कि प्रस्तावित प्रारूप में बोर्ड परीक्षा के अंक को तवज्जो देने के स्थान पर पर्सेंटाइल की प्रक्रिया को अपनाने के प्रस्ताव की रूपरेखा के बारे में संयुक्त नामांकन बोर्ड की बैठक में बताया जाएगा जिसमें आाईआईटी निदेशक भी उपस्थित होंगे।
इस प्रस्ताव को आम सहमति बनाने के करीब पहुंचने की दिशा में एक विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।
समझा जाता है कि यह प्रस्ताव मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा गतिरोध का समाप्त करने के लिए पेश की गई है और इसे आईआईटी निदेशकों के समक्ष रखा गया है।
पर्सेंटाइल प्रक्रिया और जेईई मुख्य परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर 50 हजार छात्रों का चयन किया जाएगा और आईआईटी में दाखिले के लिए मेधा सूची बनाते समय एडवांस्ड परीक्षा में प्रदर्शन को ध्यान में रखा जाएगा।
ऐसे संकेत मिले हैं कि प्रस्तावित प्रारूप में बोर्ड परीक्षा के अंक को तवज्जो देने के स्थान पर पर्सेंटाइल की प्रक्रिया को अपनाने के प्रस्ताव की रूपरेखा के बारे में संयुक्त नामांकन बोर्ड की बैठक में बताया जाएगा जिसमें आाईआईटी निदेशक भी उपस्थित होंगे।
इस प्रस्ताव को आम सहमति बनाने के करीब पहुंचने की दिशा में एक विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।
समझा जाता है कि यह प्रस्ताव मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा गतिरोध का समाप्त करने के लिए पेश की गई है और इसे आईआईटी निदेशकों के समक्ष रखा गया है।
पर्सेंटाइल प्रक्रिया और जेईई मुख्य परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर 50 हजार छात्रों का चयन किया जाएगा और आईआईटी में दाखिले के लिए मेधा सूची बनाते समय एडवांस्ड परीक्षा में प्रदर्शन को ध्यान में रखा जाएगा।