खास बातें
- पेट्रोल में 15% मेथेनॉल मिलाए जाने की नीति
- कोयले से बनाया जा सकता है मेथेनॉल
- 22 रुपये प्रति लीटर होती है लागत
मुंबई: केंद्र सरकार देश में वाहनों से होने वाले प्रदूषण को घटाने और पेट्रोल के दाम कम करने के लिए प्रयास कर रही है. इसके लिए सरकार जल्द ही एक नीति घोषित करेगी. यदि सरकार के यह उपाय कारगर हुए तो पेट्रोल के दाम आधे से भी कम हो जाने की आशा है. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि सरकार जल्द ही पेट्रोल में 15% मेथेनॉल मिलाने की नीति जारी करेगी. इससे पेट्रोल को सस्ता करने और प्रदूषण घटाने में मदद मिलेगी.
मनीकंट्रोल और फ्री प्रेस जर्नल के यहां आयोजित एक कार्यक्रम में गडकरी ने कहा, ‘‘संसद के आगामी सत्र में, मैं पेट्रोल में 15% मेथेनॉल मिलाने की नीति की घोषणा करूंगा.’’ उन्होंने कहा कि मेथेनॉल कोयला से बनाया जा सकता है और इसकी लागत 22 रुपये प्रति लीटर होती है, जबकि पेट्रोल की कीमत 80 रुपये प्रति लीटर पड़ती है. चीन इसी को 17 रुपये प्रति लीटर की लागत में निर्मित कर रहा है.
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गडकरी ने कहा, ‘‘इससे लागत कम होगी, प्रदूषण भी कम होगा.’’ उन्होंने कहा कि मुंबई के आसपास लगी दीपक फर्टिलाइजर्स और राष्ट्रीय रसायन एंड फर्टिलाइजर्स जैसे कारखाने मेथेनॉल का उत्पादन कर सकते हैं. उन्होंने कहा वोल्वो ने ऐसे इंजन वाली बस का निर्माण किया है जो मेथेनॉल पर चल सकती है. वह मुंबई में 25 ऐसी बसों को चलाने का प्रयास भी करेगा जिसमें स्थानीय मेथेनॉल का उपयोग ईंधन के तौर पर किया जाएगा.
VIDEO : महंगा होता जा रहा पेट्रोल
गडकरी ने कहा कि ऐथेनॉल का भी बड़े पैमाने पर उपयोग होना चाहिए. उन्होंने अपनी मंत्रिमंडलीय सहयोगी पेट्रोलियम मंत्री को सुझाव भी दिया है कि वह 70,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली पेट्रोल रिफाइनरी स्थापित करने के मुकाबले ऐथेनॉल के उपयोग पर ध्यान दे.
(इनपुट भाषा से)