
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
छत्तीसगढ़ में हुई मुठभेड़ को लेकर सुरक्षाबलों पर लग रहे आरोपों के बीच चिदंबरम ने कहा कि यदि इसमें कोई निर्दोष मारा गया है तो वह इसके लिए माफी मांगते हैं।
चिदंबरम ने कहा, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और न ही डरने की कोई बात है, और इसके महानिदेशक घटना को लेकर स्पष्टीकरण दे चुके हैं। चिदंबरम ने कहा है कि अगर मुठभेड़ में कोई ऐसा नौजवान मारा गया, जो माओवादी नहीं है तो वह इसके लिए माफी मांगते हैं, लेकिन पहले यह तथ्य जांच में तय होना चाहिए कि वह वास्तव में बेगुनाह है।
उल्लेखनीय है कि चार दिन पहले ही गृहमंत्री बिना किसी जांच के मारे गए नौजवानों को कट्टर माओवादी करार दे चुके हैं, और अब उस मुठभेड़ पर लगातार उठ रहे सवालों के बाद चिदंबरम का यह नया बयान आया है। पिछले सप्ताह चिदंबरम ने बासागुड़ा की मुठभेड को बड़ी कार्रवाई बताते हुए नागेश नाम के एक नौजवान को माओवादी कमांडर बताया था, जबकि मीडिया द्वारा की गई पड़ताल में सामने आया कि वह इलाके का एक होनहार नौजवान था। उस मुठभेड़ में कुल 20 लोग मारे गए थे।
चिदंबरम ने 29 जून को कहा था कि सीआरपीएफ के दल पर रात 11.30 बजे जंगल में गोली चलाई गई थी, जिसका उन्होंने जवाब दिया। उन्होंने यह भी कहा था कि घटना में सीआरपीएफ के छह जवान घायल हो गए थे, जिसमें से एक की हालत नाजुक है। चिदंबरम ने कहा था कि जवाबी कार्रवाई में 16-17 लोग मारे गए हैं, जिनमें सबसे कम उम्र (15 वर्ष) का एक किशोर भी था, लेकिन अधिकतर वयस्क थे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
P Chidambaram, Chidambaram Feels Sorry, पी चिदंबरम, चिदंबरम ने मांगी माफी, बासागुड़ा मुठभेड़, नक्सल समस्या, Naxal Issue, Basaguda Encounter