
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की फाइल तस्वीर
पणजी:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सार्वजनिक जीवन से हंसी-मजाक गायब होने की बात कहे जाने के कुछ ही दिनों बाद रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने शनिवार को कहा कि उन्हें दिल्ली में मजाक करते हुए थोड़ा डर सा लगता है, क्योंकि उसके गलत मायने निकाले जा सकते हैं।
गोवा इंजीनियरिंग कॉलेज के स्वर्ण जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में पर्रिकर ने कहा, 'मुझे यहां (गोवा) रहना अच्छा लगता है। जब मैं गोवा में होता हूं, मजाक करने की स्वतंत्रता ले सकता हूं। दिल्ली में मुझे मजाक करते हुए कुछ डर लगता है, क्योंकि यदि मैं मजाक भी कर रहा हूं... तो उसका गलत अर्थ निकाला जा सकता है और भ्रम पैदा हो सकता है।' उन्होंने दिल्ली में मीडिया का जिक्र करते हुए कहा, 'वह हमेशा विवादों की खोज में रहते हैं। यहां (गोवा) हम सामान्य तरीके से मजाक करते हैं।'
इससे पहले एक निजी टीवी चैनल को दिए गए साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा था, 'चौबीसों घंटे वाले समाचार चैनलों के समय में कोई भी एक शब्द उठाकर उसका बड़ा मुद्दा बना सकता है। लेकिन मैं आपको सच्चाई बताता हूं, सार्वजनिक जीवन में हास्य की कमी का कारण डर है। मैं खुद भी डरा हुआ हूं। पहले जब मैं भाषण देता था, तो उन्हें मजाकिया बनाता था, लेकिन उसका कोई मुद्दा नहीं बना।'
पर्रिकर ने कहा, 'मुझे याद है मैंने गोवा इंजीनियरिंग कॉलेज के महिला छात्रावास का उद्घाटन किया था और कहा था कि मेरा महिला छात्रावास में जाने का 30-40 साल पुराना सपना पूरा हो गया।'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गोवा इंजीनियरिंग कॉलेज के स्वर्ण जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में पर्रिकर ने कहा, 'मुझे यहां (गोवा) रहना अच्छा लगता है। जब मैं गोवा में होता हूं, मजाक करने की स्वतंत्रता ले सकता हूं। दिल्ली में मुझे मजाक करते हुए कुछ डर लगता है, क्योंकि यदि मैं मजाक भी कर रहा हूं... तो उसका गलत अर्थ निकाला जा सकता है और भ्रम पैदा हो सकता है।' उन्होंने दिल्ली में मीडिया का जिक्र करते हुए कहा, 'वह हमेशा विवादों की खोज में रहते हैं। यहां (गोवा) हम सामान्य तरीके से मजाक करते हैं।'
इससे पहले एक निजी टीवी चैनल को दिए गए साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा था, 'चौबीसों घंटे वाले समाचार चैनलों के समय में कोई भी एक शब्द उठाकर उसका बड़ा मुद्दा बना सकता है। लेकिन मैं आपको सच्चाई बताता हूं, सार्वजनिक जीवन में हास्य की कमी का कारण डर है। मैं खुद भी डरा हुआ हूं। पहले जब मैं भाषण देता था, तो उन्हें मजाकिया बनाता था, लेकिन उसका कोई मुद्दा नहीं बना।'
पर्रिकर ने कहा, 'मुझे याद है मैंने गोवा इंजीनियरिंग कॉलेज के महिला छात्रावास का उद्घाटन किया था और कहा था कि मेरा महिला छात्रावास में जाने का 30-40 साल पुराना सपना पूरा हो गया।'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं