प्रसिद्ध इतिहासकार और पद्म विभूषण से सम्मानित शिव शाहिर बाबासाहेब पुरंदरे (Shivshahir Babasaheb Purandare) का आज सुबह पुणे के अस्पताल में निधन हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बाबासाहेब पुरंदरे के निधन पर शोक व्यक्त किया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि बाबासाहेब के निधन से इतिहास एवं संस्कृति की दुनिया में एक बड़ा स्थान रिक्त हो गया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं दुख को शब्दों में बयां नहीं कर सकता. शिव शाहिर बाबासाहेब पुरंदरे के निधन से इतिहास और संस्कृति की दुनिया में एक बड़ा स्थान खाली हो गया है. उन्हीं की बदौलत आने वाली पीढ़ियां छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ी रहेंगी. उनके अन्य कार्यों को भी याद किया जाएगा."
Shivshahir Babasaheb Purandare will live on due to his extensive works. In this sad hour, my thoughts are with his family and countless admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2021
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, "बाबासाहेब पुरंदरे मजाकिया, बुद्धिमान और भारतीय इतिहास का समृद्ध ज्ञान रखते थे. वर्षों से मुझे उनके साथ बहुत निकटता से बातचीत करने का सम्मान मिला है." प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि बाबासाहेब पुरंदरे अपने व्यापक कार्यों के कारण जीवित रहेंगे. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और अनगिनत प्रशंसकों के साथ हैं. ऊं शांति.
I am pained beyond words. The demise of Shivshahir Babasaheb Purandare leaves a major void in the world of history and culture. It is thanks to him that the coming generations will get further connected to Chhatrapati Shivaji Maharaj. His other works will also be remembered. pic.twitter.com/Ehu4NapPSL
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2021
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "बाबासाहेब पुरंदरे जी के स्वर्गवास की सूचना से अत्यंत व्यथित हूं. उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज जी के गौरवशाली जीवन को जन-जन तक पहुंचाने का भागीरथ कार्य किया. 'जाणता राजा' नाटक के माध्यम से उन्होंने धर्म रक्षक छत्रपति शिवाजी महाराज की शौर्य गाथाओं को युवा पीढ़ी के हृदय में बसाया."
बाबासाहेब पुरंदरे जी के स्वर्गवास की सूचना से अत्यंत व्यथित हूँ। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज जी के गौरवशाली जीवन को जन-जन तक पहुँचाने का भागीरथ कार्य किया। जाणता राजा नाटक के माध्यम से उन्होंने धर्म रक्षक छत्रपति शिवाजी महाराज की शौर्य गाथाओं को युवा पीढ़ी के हृदय में बसाया। pic.twitter.com/tSmE0R82Vq
— Amit Shah (@AmitShah) November 15, 2021
पुरंदरे ने मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज पर आधारित ऐतिहासिक नाटक ‘जाणता राजा' (1985) लिखा और उसका निर्देशन किया, जिसे 200 से अधिक कलाकार प्रस्तुत कर चुके हैं और इसे पांच भाषाओं में अनुवाद कर मंच पर इसकी प्रस्तुतियां दी गई हैं. पुरंदरे को 2015 में महाराष्ट्र भूषण और 2019 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
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