
कारबी पीपुल्स लिबरेशन टाइगर के उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ के समय वहां से भाग गए चार पुलिसकर्मियों को शनिवार को निलंबित कर दिए गए। मुठभेड़ में पुलिस अधीक्षक नित्यानंद गोस्वामी और पीएसओ शहीद हो गए थे।
पुलिस अधीक्षक के परिवार ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि असम के मुख्यमंत्री तरपण गोगोई ने शहीद पुलिस अधिकारी के चार निजी सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) को निलंबित कर दिया है, क्योंकि वे हमरेन के पुलिस अधीक्षक नित्यानंद गोस्वामी और एक अन्य पीएसओ रातुल नूनिसा को छोड़कर मुठभेड़ स्थल से भाग गए थे।
पुलिस अधीक्षक, उनके अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और अन्य पुलिसकर्मी रोंगथांग के जंगल में उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए तीन समूहों में बंट गए थे। गोस्वामी पांच पुलिसकर्मियों के एक दल की अगुवाई कर रहे थे।
सूत्रों के अनुसार पुलिसकर्मी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए गए गए हैं और उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। गोस्वामी की विधवा रेखा ने अपने पति की मौत की सीबीआई जांच की मांग की।
उन्होंने कहा, हमें बताया गया कि वह अन्य पीएसओ के साथ पिछली रात ही लापता हो गए थे तथा अन्य पुलिसकर्मियों ने यह कहते हुए उन्हें ढूढ़ने के लिए जाने से इनकार कर दिया था कि वे सुबह में जाएंगे। हम इंसाफ और इस घटना की उपयुक्त जांच चाहते हैं।
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