पंजाब-हरियाणा के कई इलाकों में बारिश का पानी अब धीरे-धीरे घटना शुरू हो गया है हालांकि मंगलवार को कहीं फिर से बारिश नहीं हुई. सेना और एनडीआरएफ के दल लगातार राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं. पिछले कई दिनों से दोनों राज्यों में भारी बारिश के कारण फसलों और संपत्ति को भारी नुकसान हुआ है. पंजाब सरकार ने राज्य में बारिश से करीब 1,700 करोड़ रुपये की क्षति का आकलन किया है.
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मोहाली में पत्रकारों से कहा, ‘‘राज्य प्रशासन हर संभावित मुश्किल का सामना करने के लिये पूरी तरह से तैयार है और वह किसी भी कीमत पर लोगों की जान की सुरक्षा करेगी.'' बाढ़ से राज्य में फसलों को हुई क्षति के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अनुमान के मुताबिक करीब 1,700 करोड़ रुपये की फसल बर्बाद हुई है.''
यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद हरियाणा ने यमुनानगर में हथनीकुंड बैराज से 8.28 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा था. हरियाणा में अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार शाम से दिल्ली में छोड़ा गया पानी पहुंचेगा और दिल्ली सरकार को पहले इस बारे में अलर्ट कर दिया गया है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रभावित जिलों के सभी उपायुक्तों को किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति से निपटने के लिए आवश्यक इंतजाम करने का निर्देश दिया है. प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित पहुंचाने का भी निर्देश दिया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण दोनों राज्यों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है.
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