मुंबई:
महाराष्ट्र के विवादित सिंचाई घोटाले में पहली कार्रवाई हुई है। राज्य की एंटी करप्शन ब्यूरो के ठाणे यूनिट ने 11 लोगों के खिलाफ़ शहर के कोपरी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया है।
एफआईआर नंबर I-123/ 2015 के तहत IPC की धारा 420,467,468,471,120(b), और क्रमांक 109 के सेक्शन 13 (1) (c) & 13 (1) (d) के साथ ही भ्रष्टाचार प्रतिबंध कानून की धारा क्रमांक 13 (2) लगाई गई हैं। जिस अनुसार धोखाधड़ी, जालसाजी समेत सरकार को नुकसान पहुंचाने जैसे अपराधों का जिक्र है।
ठाणे जिले के बालगंगा सिंचाई प्रोजेक्ट से जुड़े भ्रष्टाचार की जांच में जुटी ACB ने पाया है कि FA कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी ने टेंडर पाने के लिए अनियमितताओं का सहारा लिया। इसलिए कंपनी के कर्मचारी
1. फ़तेह मोहम्मद खत्री
2. निसार फ़तेह मोहम्मद खत्री
3. जैतून फ़तेह मोहम्मद खत्री
4. आबिद फ़तेह मोहम्मद खत्री और
5. जाहिद फ़तेह मोहम्मद खत्री
इनके खिलाफ़ मामला दर्ज़ किया है। इन्हीं के साथ जिन सरकारी अधिकारियों के नाम FIR में हैं वे हैं-
6. गिरीश गोपालराव बाबर, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, KIDC
7. बालासाहब भाऊसाहब पाटिल, चीफ इंजीनियर, कोंकण विभाग
8. रामचंद्र दगडू शिंदे, SE, KIDC
9. आनंद कालुखे, EE, KIDC
10. राजेश रीठे, डेप्युटी इंजीनियर, KIDC
11. विजय कासट, ब्रांच इंजीनियर
राज्य के सिंचाई मंत्री गिरीश महाजन ने इस कार्रवाई को लेकर NDTV इंडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचारियों के प्रति कोई नरमी नहीं बरतेगी। क़ानून अपना काम करता रहेगा।
ज्ञात हो कि, सत्ता में आने से पहले बीजेपी ने दावा किया था की महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी के शासनकाल में 70 हजार करोड़ रुपये का सिंचाई घोटाला हुआ और वे सत्ता में आने के बाद इसके दोषियों को नहीं बख्शेंगे।
एफआईआर नंबर I-123/ 2015 के तहत IPC की धारा 420,467,468,471,120(b), और क्रमांक 109 के सेक्शन 13 (1) (c) & 13 (1) (d) के साथ ही भ्रष्टाचार प्रतिबंध कानून की धारा क्रमांक 13 (2) लगाई गई हैं। जिस अनुसार धोखाधड़ी, जालसाजी समेत सरकार को नुकसान पहुंचाने जैसे अपराधों का जिक्र है।
ठाणे जिले के बालगंगा सिंचाई प्रोजेक्ट से जुड़े भ्रष्टाचार की जांच में जुटी ACB ने पाया है कि FA कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी ने टेंडर पाने के लिए अनियमितताओं का सहारा लिया। इसलिए कंपनी के कर्मचारी
1. फ़तेह मोहम्मद खत्री
2. निसार फ़तेह मोहम्मद खत्री
3. जैतून फ़तेह मोहम्मद खत्री
4. आबिद फ़तेह मोहम्मद खत्री और
5. जाहिद फ़तेह मोहम्मद खत्री
इनके खिलाफ़ मामला दर्ज़ किया है। इन्हीं के साथ जिन सरकारी अधिकारियों के नाम FIR में हैं वे हैं-
6. गिरीश गोपालराव बाबर, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, KIDC
7. बालासाहब भाऊसाहब पाटिल, चीफ इंजीनियर, कोंकण विभाग
8. रामचंद्र दगडू शिंदे, SE, KIDC
9. आनंद कालुखे, EE, KIDC
10. राजेश रीठे, डेप्युटी इंजीनियर, KIDC
11. विजय कासट, ब्रांच इंजीनियर
राज्य के सिंचाई मंत्री गिरीश महाजन ने इस कार्रवाई को लेकर NDTV इंडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचारियों के प्रति कोई नरमी नहीं बरतेगी। क़ानून अपना काम करता रहेगा।
ज्ञात हो कि, सत्ता में आने से पहले बीजेपी ने दावा किया था की महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी के शासनकाल में 70 हजार करोड़ रुपये का सिंचाई घोटाला हुआ और वे सत्ता में आने के बाद इसके दोषियों को नहीं बख्शेंगे।
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