पिछले सात दिनों से लगाातर चल रहे किसानों के प्रदर्शन (Farmers Protests) का गुरुवार को आठवां दिन हो गया है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt. Amarinder Singh) ने आज गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने दोनों पक्षों से इस मुद्दे को सुलझाने की अपील की. किसानों के प्रतिनिधि मंडल की आज फिर सरकार से बातचीत हो रही है. सरकार से वार्ता होने से पहले ही किसानों ने दो टूक में कह दिया था कि आज की बातचीत में सरकार के पास उनकी मांगें मानने के लिए आखिरी मौका है. किसानों के साथ मंगलवार को ही सरकार की बातचीत बेनतीजा रही थी. ऐसे में आज सरकार को कुछ ठोस परिणाम देने होंगे. किसानों ने पहले ही आगाज कर दिया है कि वो अपनी मांगें न माने जाने की स्थिति में महीनों तक धरना देने की तैयारी के साथ आए हैं.
Updates on Farmers Protest Delhi
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, दिल्ली की सीमा पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का, पंजाबी गायक अपने लुभावने गीतों के साथ समर्थन कर रहे हैं. इन्ही में से एक गीत के बोल हैं "मुड़दे नी लेये बिना हक, दिल्लिये" यानी दिल्ली हम अपना हक लिए बिना वापस नहीं लौटेंगे. इससे पंजाबी किसानों का नए कानूनों को रद्द करने की मांगों के प्रति दृढ़ निश्चय झलक रहा है.
कृषि कानूनों के विरोध में करीब आठ घंटे के बाद केंद्र सरकार और किसानों के बीच बैठक खत्म हुई है. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra singh Tomar) ने बताया कि बातचीत सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में हुई.उन्होंने कहा कि किसानों और सरकार ने अपना-अपना पक्ष रखा है. कृषि मंत्री ने कहा कि दो-तीन बिंदुओं पर किसानों की चिंता थी, हम हर मुद्दे पर खुले मन से बात कर रहे हैं, हमारा कोइ अहम नहीं है.
The meeting of farmer leaders with the central government concludes. Next meeting to be held on December 5. pic.twitter.com/QxesakLeHM
- ANI (@ANI) December 3, 2020
Nihang Sikhs reach Singhu border (Delhi-Haryana border) in support of the farmers protesting against Central Government's farm laws.
- ANI (@ANI) December 3, 2020
They say, "Govt should roll back the black laws. Otherwise, we will continue to remain here. We are farmers too and we stand with these farmers." pic.twitter.com/9eOB3m9sAk
