शिवाजी और शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के बाद बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर के साथ सोशल नेटवर्किंग साइट पर छेड़छाड़ की कोशिश की गई है। इसके बाद पुणे में कुछ हिंसा हुई है। पुलिस ने पत्थरबाजी के आरोप में पांच लोगों को पकड़ा है। हालात अभी सामान्य हैं।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश एक ही ग्रुप के लोगों ने की है। पुलिस का कहना है कि उनका मकसद महाराष्ट्र में माहौल खराब करना है।
वहीं पुणे के ज्वाइंट कमिश्नर भी मानते हैं कि सोशल नेटवर्किंग साइट पर आईपी एड्रेस का पता लगाना आसान नहीं है, वहीं उन्होंने कहा है कि अगर प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल किया गया हो तो फिर आरोपी को पकड़ना और मुश्किल होता है।
उधर, महाराष्ट्र के गृहमंत्री आरआर पाटिल ने कहा है कि फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले और उसे लाइक और शेयर करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पाटिल ने आगे कहा कि राज्य की रिपोर्ट पर केंद्र की नाराजगी की बात बिलकुल गलत है। न ऐसी कोई रिपोर्ट केंद्र ने इस मामले में मंगाई है। आईपी एड्रेस के पता चलने के बाद मामले की जांच अधिक आगे बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझ कर तनाव पैदा कर रहे हैं। सरकार आपत्तिजनक पोस्ट डालने वालों पर कार्रवाई कर रही है। लोग कानून को हाथ में न लें। पुलिस को सूचित करें।
कानून-व्यवस्था की हालत बिगड़ने से नुकसान हो रहा है। इसे लेकर जिन पर मामले दर्ज हुए हैं, वे वापस नहीं लिए जाएंगे। शिवाजी की बदनामी करने वालों का पता चला। जल्द वह कब्जे में होंगे।
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