वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बीच सरकार ने शनिवार को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी की है. विदेशी बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का लाभ लेने की कोशिशों के तहत सरकार ने यह कदम उठाया है. एक सरकारी अधिसूचना में कहा गया है कि पेट्रोल पर विशेष उत्पाद शुल्क 2 रुपये प्रति लीटर बढ़कर आठ रुपये लीटर हो गया है. वहीं, डीजल के मामले में उत्पाद शुल्क दो रुपये बढ़कर चार रुपये प्रति लीटर हो गया है.
अधिसूचना के मुताबिक, इसके अलावा, पेट्रोल और डीजल पर रोड सेस में क्रमश: एक रुपये प्रति लीटर तक की वृद्धि की गई है. इससे रोड सेस बढ़कर 10 रुपये हो गया है.
उत्पाद शुल्क में वृद्धि से सामान्य तौर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि होती है. हालांकि, इस वृद्धि को वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट के साथ समायोजित किया जाएगा. इससे कीमतों में इजाफा नहीं होने के आसार हैं.
सरकार ने उत्पाद शुल्क में वृद्धि का फैसला ऐसे समय पर किया है, जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल (क्रूड ऑयल) की कीमतें नीचे जा रही हैं. सऊदी अरब और रूस के बीच कच्च तेल बाजार में कीमत के मोर्चे पर युद्ध छिड़ने और कोरोना वायरस से पिछले दिनों में क्रूड ऑयल के भाव में काफी कमी आई है. कच्चे तेल के भाव अभी और गिरने की आशंका जताई जा रही है.
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