नई दिल्ली:
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का पार्थिव शरीर आज तमिलनाडु के रामेश्वरम पहुंच गया, जहां गुरुवार यानी कल उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा, जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की उम्मीद है।
उनका पार्थिव शरीर दिल्ली के पालम एयरपोर्ट से विशेष विमान के जरिये मदुरै और फिर वहां से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से रामेश्वरम ले जाया गया।
संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर भी डॉ कलाम के पार्थिव शरीर के साथ रामेश्वरम गए। गुरुवार सुबह 11 बजे उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
इससे पहले मंगलवार को दिनभर डॉ अब्दुल कलाम को आखिरी विदाई देने वालों का जमावड़ा लगा रहा। दिल्ली में डॉ कलाम के सरकारी घर 10 राजाजी मार्ग पर सभी पार्टियों के नेता, अलग-अलग क्षेत्रों के मशहूर हस्तियों के साथ-साथ आम लोगों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी श्रद्धांजलि देने वालों में शामिल थे।
मिसाइल मैन' और 'जनता के राष्ट्रपति' के रूप में लोकप्रिय हुए पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का सोमवार शाम आईआईएम में एक व्याख्यान देने के दौरान गिरने के बाद निधन हो गया था।
डॉ. कलाम को शाम करीब साढ़े छह बजे व्याख्यान के दौरान गिरने के बाद नाजुक हालत में बेथनी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया और उसके दो घंटे से अधिक समय बाद उनके निधन की पुष्टि की गई। डॉ. कलाम अक्तूबर में 84 साल के होने वाले थे।
देश के सर्वाधिक लोकप्रिय राष्ट्रपति माने जाने वाले कलाम ने 18 जुलाई 2002 को देश के 11वें राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला, लेकिन राष्ट्रपति पद पर दूसरे कार्यकाल के लिए उनके नाम पर सर्वसम्मति नहीं बन सकी। वह राजनीतिक गलियारों से बाहर के राष्ट्रपति थे।
उनका पार्थिव शरीर दिल्ली के पालम एयरपोर्ट से विशेष विमान के जरिये मदुरै और फिर वहां से वायुसेना के हेलीकॉप्टर से रामेश्वरम ले जाया गया।
संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर भी डॉ कलाम के पार्थिव शरीर के साथ रामेश्वरम गए। गुरुवार सुबह 11 बजे उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
इससे पहले मंगलवार को दिनभर डॉ अब्दुल कलाम को आखिरी विदाई देने वालों का जमावड़ा लगा रहा। दिल्ली में डॉ कलाम के सरकारी घर 10 राजाजी मार्ग पर सभी पार्टियों के नेता, अलग-अलग क्षेत्रों के मशहूर हस्तियों के साथ-साथ आम लोगों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी श्रद्धांजलि देने वालों में शामिल थे।
मिसाइल मैन' और 'जनता के राष्ट्रपति' के रूप में लोकप्रिय हुए पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का सोमवार शाम आईआईएम में एक व्याख्यान देने के दौरान गिरने के बाद निधन हो गया था।
डॉ. कलाम को शाम करीब साढ़े छह बजे व्याख्यान के दौरान गिरने के बाद नाजुक हालत में बेथनी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया और उसके दो घंटे से अधिक समय बाद उनके निधन की पुष्टि की गई। डॉ. कलाम अक्तूबर में 84 साल के होने वाले थे।
देश के सर्वाधिक लोकप्रिय राष्ट्रपति माने जाने वाले कलाम ने 18 जुलाई 2002 को देश के 11वें राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला, लेकिन राष्ट्रपति पद पर दूसरे कार्यकाल के लिए उनके नाम पर सर्वसम्मति नहीं बन सकी। वह राजनीतिक गलियारों से बाहर के राष्ट्रपति थे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं