अलीबाग में घटना के दौरान हेलीकॉप्टर से दूर जाते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस.
मुंबई:
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर बाल-बाल बचे. अलीबाग में मुख्यमंत्री के सवार होने से पहले अचानक हेलीकॉप्टर दो फीट ऊपर उठ गया. मुख्यमंत्री के सुरक्षा गार्ड ने फुर्ती दिखाते हुए उन्हें नीचे खींचा.
इस पूरे घटनाक्रम में मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर फैन से मामूली दूरी पर रह गए थे. यह घटना शुक्रवार को दोपहर दो बजे के आस-पास हुई. बाद में उसी हेलीकॉप्टर से सीएम फडणवीस ने मुंबई के लिए उड़ान भरी.
देवेंद्र फडणवीस के साथ यह पिछले तीन महीनों में तीसरा वाकया है. शुकवार को मुख्यमंत्री फड़णवीस अलीबाग के दौरे पर थे तब यह हादसा हुआ.
मुख्यमंत्री फडणवीस अलीबाग में पीडब्लूपी पार्टी के विधायक जयंत पाटिल के जन्मदिन समारोह में शरीक होने के बाद मुंबई लौट रहे थे. वे अलीबाग में एक निजी हेलीपैड पर पहुंचे. वे वहां जैसे ही हेलीकॉप्टर के दरवाजे तक पहुंचे उस हेलीकॉप्टर ने अचानक जमीन से कुछ ऊपर तक उड़ान भरी. इसके बाद वह जमीन पर आ टिका. इस आपाधापी में हेलीकॉप्टर का फैन मुख्यमंत्री के बेहद करीब पहुंच गया. हालात को भांपकर सुरक्षा गार्ड ने देवेंद्र फडणवीस को तुरंत दूर धकेला और हादसे से बचाया.
मुख्यमंत्री के पीए अभिमन्यु पवार और स्थानीय जिलाधिकारी मालिकनेर ने इस घटना के बारे में पुष्टि की है. वे इस घटना के समय मौके पर मौजूद थे. मीडिया को दी गई जानकारी में अभिमन्यु पवार ने माना कि मुख्यमंत्री के बैठने से पहले पायलट का हेलीकॉप्टर का पंखा चलाना सही नहीं था. समय बचाने के लिए ऐसा किया गया. लेकिन यह एक भारी तकनीकी भूल थी.
मुख्यमंत्री बनने के बाद पहले गढ़चिरौली, फिर निलंगा और अब अलीबाग, इस तरह तीन घटनाओं में देवेंद्र फडणवीस हादसे में सुरक्षित बचे हैं. शुक्रवार के वाकये के बाद मुख्यमंत्री फडणवीस उसी हेलीकॉप्टर से मुंबई पहुंचे और अपने सरकारी आवास रवाना हुए.
निलंगा में हुई इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात की थी. लेकिन शुक्रवार की घटना के बाद उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि अलीबाग में हुई घटना में हेलीकॉप्टर को दुर्घटनाग्रस्त न माना जाए. हालांकि इस बात का कोई खुलासा नहीं किया गया है कि मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर में सवार होने से पहले पंखा क्यों शुरू किया गया और क्यों कोई पायलट पैसेंजर के सवार होने के बाद सुरक्षा जांच करने के लिए जमीन पर मौजूद नहीं था.
इस पूरे घटनाक्रम में मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर फैन से मामूली दूरी पर रह गए थे. यह घटना शुक्रवार को दोपहर दो बजे के आस-पास हुई. बाद में उसी हेलीकॉप्टर से सीएम फडणवीस ने मुंबई के लिए उड़ान भरी.
देवेंद्र फडणवीस के साथ यह पिछले तीन महीनों में तीसरा वाकया है. शुकवार को मुख्यमंत्री फड़णवीस अलीबाग के दौरे पर थे तब यह हादसा हुआ.
मुख्यमंत्री फडणवीस अलीबाग में पीडब्लूपी पार्टी के विधायक जयंत पाटिल के जन्मदिन समारोह में शरीक होने के बाद मुंबई लौट रहे थे. वे अलीबाग में एक निजी हेलीपैड पर पहुंचे. वे वहां जैसे ही हेलीकॉप्टर के दरवाजे तक पहुंचे उस हेलीकॉप्टर ने अचानक जमीन से कुछ ऊपर तक उड़ान भरी. इसके बाद वह जमीन पर आ टिका. इस आपाधापी में हेलीकॉप्टर का फैन मुख्यमंत्री के बेहद करीब पहुंच गया. हालात को भांपकर सुरक्षा गार्ड ने देवेंद्र फडणवीस को तुरंत दूर धकेला और हादसे से बचाया.
मुख्यमंत्री के पीए अभिमन्यु पवार और स्थानीय जिलाधिकारी मालिकनेर ने इस घटना के बारे में पुष्टि की है. वे इस घटना के समय मौके पर मौजूद थे. मीडिया को दी गई जानकारी में अभिमन्यु पवार ने माना कि मुख्यमंत्री के बैठने से पहले पायलट का हेलीकॉप्टर का पंखा चलाना सही नहीं था. समय बचाने के लिए ऐसा किया गया. लेकिन यह एक भारी तकनीकी भूल थी.
मुख्यमंत्री बनने के बाद पहले गढ़चिरौली, फिर निलंगा और अब अलीबाग, इस तरह तीन घटनाओं में देवेंद्र फडणवीस हादसे में सुरक्षित बचे हैं. शुक्रवार के वाकये के बाद मुख्यमंत्री फडणवीस उसी हेलीकॉप्टर से मुंबई पहुंचे और अपने सरकारी आवास रवाना हुए.
निलंगा में हुई इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात की थी. लेकिन शुक्रवार की घटना के बाद उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि अलीबाग में हुई घटना में हेलीकॉप्टर को दुर्घटनाग्रस्त न माना जाए. हालांकि इस बात का कोई खुलासा नहीं किया गया है कि मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर में सवार होने से पहले पंखा क्यों शुरू किया गया और क्यों कोई पायलट पैसेंजर के सवार होने के बाद सुरक्षा जांच करने के लिए जमीन पर मौजूद नहीं था.
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