नई दिल्ली:
दिल्ली में मंगलवार को आतंकवादी हमले की धमकी के मद्देनज़र सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। पूरी दिल्ली में रोज़मर्रा की हिफाज़त के लिए तैनात जवानों के अलावा 20 हजार और जवानों को ड्यूटी पर लगाया गया है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के स्वॉट कमांडो भी तैनात रहेंगे। पुलिस की नजर भीड़भाड़ वाले इलाकों अहम बाजारों शॉपिंग मॉल्स और ऐतिहासिक इमारतों पर रहेगी। ...ताकि यहां कोई भी संदिग्ध घुसने न पाये। आने−जाने वाली गाड़ियों की चेकिंग भी होगी। पिछले हफ्ते ही एक मेल के जरिए मंगलवार को दिल्ली में धमाके करने की धमकी दी गई थी 2008 में आज ही के दिन दिल्ली में धमाके हुए थे। दिल्ली ब्लास्ट के बाद गृहमंत्री पी चिदंबरम फिक्रमंद हैं। आतंकी वारदातें रोके नहीं रूक रहीं। अपनी फिक्र साझा करने सोमवार रात वो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से मिलने पहुंचे। माना जा रहा है कि चव्हाण के साथ मिलकर चिदंबरम ने महाराष्ट्र की सुरक्षा के बारे में चर्चा की। कहा जा रहा है कि इस मीटिंग में सनातन संस्था पर पाबंदी लगाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। संस्था का नाम ठाणे और गोवा ब्लास्ट में आया था। मीटिंग में पृथ्वीराज चव्हाण के साथ महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर आर पाटिल और गृह सचिव उमेशचंद्र सारंगी भी मौजूद थे।