
Coronavirus: सोनिया गांधी ने कहा, 'किसी भी नागरिक के समक्ष भूखमरी का संकट पैदा नहीं हो'
Coronavirus: कोरोनावायरस के चलते देश में जारी संकट के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को चिट्ठी लिखकर कुछ सुझाव दिए हैं. उन्होंने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा क़ानून के तहत आने वालों को 10 किलो राशन तीन महीनों तक बढ़ाने की अपील की. साथ ही जिनके पास राशन कार्ड नहीं है उनको भी 10 किलो राशन 6 महीने तक देने का सुझाव दिया. प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में सोनिया ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध की इस घड़ी में सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी नागरिक के समक्ष भूखमरी का संकट पैदा नहीं हो.
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सोनिया गांधी ने लिखा, 'लॉकडाउन की वजह से देश भर में लाखों लोगों को भोजन की समस्या से जूझना पड़ रहा है. यह दुखद है कि भारत के पास खाद्यान्न का इतना बड़ा भंडार है विशेषकर ऐसी महामारी जैसी परिस्थितियों से निपटने के लिए. मैं आपके उस फैसले का स्वागत करती हूं जिसमें आपने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज अप्रैल से जून 2020 तक मुफ्त में देने की घोषणा की थी. लॉकडाउन के प्रतिकूल प्रभाव और लोगों की आजीविका पर पड़ने वाले इसके दूरगामी असर को देखते हुए आप मेरे इन सुझावों पर विचार करें.
पहला तो ये कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत प्रति व्यक्ति 10 किलो अनाज देने के प्रावधान को और तीन महीने के लिए यानी सितंबर 2020 तक के लिए बढ़ा दिया जाए. ऐसा उन लोगों के लिए भी किया जाना चाहिए जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं लेकिन वो मुसीबत में हैं.
इससे पहले कांग्रेस ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में युद्ध स्तर पर योगदान के लिए शुक्रवार को एक रणनीति बनाई जिसमें पार्टी के समूचे संगठन, नेटवर्क और कार्यकर्ताओं का राष्ट्रव्यापी इस्तेमाल होगा. पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्षों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में कोरोना वायरस विरोधी रणनीति (कोरोना एक्शन स्ट्रेटजी) को अंतिम रूप दिया गया. इसके साथ ही सोनिया ने इस बात पर जोर दिया कि देश में कोरोना वायरस को हराने के लिए बड़े पैमाने पर जांच होनी चाहिए.