झारखंड कांग्रेस प्रभारी हैं आरपीएन सिंह (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: झारखंड में कांग्रेस को इस बार 16 सीटें मिली हैं और जेएमएम के साथ सरकर में उसकी अहम भूमिका होगी. कांग्रेस की इस बड़ी सफलता में पार्टी के नेता और राज्य के प्रभारी बनाए गए आरपीएन सिंह की भी बड़ी भूमिका रही है. आरपीएन सिंह ने राज्य कांग्रेस नेताओं के साथ मिलकर प्रत्याशियों के चयन में पूरी तरह से स्वायत्ता बरती और स्थानीय मुद्दों के हिसाब से पूरी रणनीति बनाई. आरपीएन सिंह ने प्रत्याशियों के नाम तय करने में राज्य इकाई को पूरी तरह से स्वतंत्र रखा और किसी भी तरह से गुटबाजी नहीं दिखी. आरपीएन सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं और कांग्रेस के अच्छे रणनीतिकारों में से एक हैं और कई बार मीडिया में पार्टी की ओर से बड़े मुद्दों पर राय रखते हैं. झारखंड विधानसभा चुनाव में पार्टी की ओर से जारी किए गए घोषणापत्र में किए गए वादों पर भी आरपीएन सिंह की भूमिका थी जिसमें जिसमें हर परिवार को नौकरियां, किसानों के लिए कर्ज माफी व रांची में मेट्रो रेल सहित कई वादे किए गए. घोषणापत्र जारी करते हुए आरपीएन सिंह ने कहा, "अगर राज्य में गठबंधन सरकार बनती है, तो सभी लंबित सरकारी रिक्तियों को छह महीने में भर दिया जाएगा. जब तक हर परिवार के एक सदस्य को नौकरी नहीं दी जाती, तब तक एक सदस्य को बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा."
घोषणापत्र में अकेली सफर करने वाली महिलाओं को मुफ्त सफर की सुविधा, किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने, रांची में मेट्रो लाइन, 10,000 रुपये से कम की आय वाले परिवार की लड़कियों को मुफ्त में साइकिल, मॉब लिंचिंग के खिलाफ कड़ा कानून, धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,500 रुपये प्रति क्विंटल करने, पेट्रोल व डीजल पर वैट घटाने व हर ग्राम सभा में इंटरनेट सुविधा व दूसरे कई वादे किए गए. एएनआई न्यूज एजेंसी के मुताबिक झारखंड प्रभारी होने के नाते आरपीएन सिंह ने नवनिर्वाचित कांग्रेस के विधायकों की बैठक रांची में बुलाई है. आपको बता दें कि राज्य में कांग्रेस-JMM गठबंधन ने 47 सीटें मिली हैं जबकि बीजेपी को 25 सीटें मिली हैं.
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