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This Article is From Oct 02, 2018

पत्रकारों के सवालों के जवाब में सवाल ही दाग दिए चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा अपने कार्यकाल के आखिरी दिन प्रेस लाउंज में पहुंचे

पत्रकारों के सवालों के जवाब में सवाल ही दाग दिए चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने
पत्रकारों के साथ चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा.
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा अपने अंतिम कार्यदिवस पर प्रेस लाउंज में पत्रकारों के साथ चाय पीने पहुंचे. प्रेस लाउंज में आते ही उन्होंने कहा कि पंखे बंद किए जाएं क्योंकि वे आवाज करते हैं. उन्हें आवाज अच्छी नहीं लगती. जब भी पत्रकार सवाल पूछने लगते तो वे कहते, “मैं यहां आपका गेस्ट हूं. मुझसे सवाल मत पूछो.”

प्रेस लाउंज में चीफ जस्टिस मिश्रा ने पत्रकारों के सवालों के जवाब तो नहीं दिए लेकिन कई सवाल खुद ही पूछ लिए. जैसे ‘ एप्रिशिएशन और एडमायर’ के बीच क्या अंतर है?  उन्होंने कहा कि वे किसी पर कभी संदेह नहीं करते. क्योंकि जो व्यक्ति संदेह के सिद्धांत पर चलता है वह कभी जीवन में आगे नहीं बढ़ सकता.

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पत्रकारों से कहा कि आपका काम संदेह से शुरू होता है. फिर संदेह से पूछताछ और पूछताछ से सूचना तक पहुंचना होता है. उन्होंने पत्रकारों से अंग्रेजी साहित्य से लेकर अन्य विषयों पर बातचीत की. इस दौरान पत्रकारों ने बहुत सवाल पूछे लेकिन उन्होंने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया.

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