प्रतीकात्मक तस्वीर
रायपुर:
छत्तीसगढ़ के सुकमा ज़िले से 34 नक्सलियों को गिरफ़्तार किया गया है. इन्हें फुलबगड़ी और चिंतागुफ़ा थाना क्षेत्रों से गिरफ़्तार किया गया है. इन सभी नक्सलियों की बुरकापाल हमले समेत कई मामलों में तलाश थी. सीआरपीएफ़, छत्तीसगढ़ पुलिस और एसटीएफ के संयुक्त ऑपरेशन के बाद इन नक्सलियों को गिरफ़्तार किया गया है. सुकमा पुलिस द्वारा विज्ञप्ति के अनुसार 31 नक्सलियों को चिंतगुभा थान क्षेत्र से जबकि बाकी के 3 नक्सलियों को फुलबगड़ी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. विज्ञप्ति के अनुसार इन नक्सलियों बुरकापाल हमले सहित कई अन्य नक्सली घटनाओं को अंजाम देने में सक्रीय भूमिका निभाई थी. सभी आरोपियों को रविवार को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेजा गया.
सुकमा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने बताया, ‘31 कैडरों को चिंतागुफा पुलिस थाना क्षेत्र से और तीन को फुलबागड़ी पुलिस थाना क्षेत्र से सुरक्षा बलों के अलग अलग संयुक्त दलों ने पकड़ा.’’ उन्होंने बताया कि पकड़े गए लोगों में मिडियम पोज्जा (45), पोडियम कोसा (23), मड़कम कोसा (25) और मुचकी हंडा (23) प्रमुख हैं.
पोडियम और मड़कम क्रमश: माओवादी जनमिलीशिया कमांडर तथा उप जनमिलीशिया कमांडर के तौर पर सक्रिय थे. पोज्जा जनताना सरकार दस्ते की प्रमुख और हंडा चेतना नाट्य मंडी के प्रमुख के तौर पर सक्रिय थी. पकड़े गए शेष 30 माओवादी दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन से संबद्ध हैं और प्रतिबंधित गुट के निचले स्तर के कार्यकर्ता हैं.
एएसपी ने बताया कि यह लोग गत 24 अप्रैल को 74वीं बटालियन के सीआरपीएफ कर्मियों पर हुए हमले में कथित तौर पर शामिल थे. चिंतागुफा पुलिस थाना क्षेत्र के बुर्कापाल इलाके में हुए इस हमले में 24 सुरक्षा कर्मी मारे गए थे.
(इनपुट भाषा से...)
सुकमा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला ने बताया, ‘31 कैडरों को चिंतागुफा पुलिस थाना क्षेत्र से और तीन को फुलबागड़ी पुलिस थाना क्षेत्र से सुरक्षा बलों के अलग अलग संयुक्त दलों ने पकड़ा.’’ उन्होंने बताया कि पकड़े गए लोगों में मिडियम पोज्जा (45), पोडियम कोसा (23), मड़कम कोसा (25) और मुचकी हंडा (23) प्रमुख हैं.
पोडियम और मड़कम क्रमश: माओवादी जनमिलीशिया कमांडर तथा उप जनमिलीशिया कमांडर के तौर पर सक्रिय थे. पोज्जा जनताना सरकार दस्ते की प्रमुख और हंडा चेतना नाट्य मंडी के प्रमुख के तौर पर सक्रिय थी. पकड़े गए शेष 30 माओवादी दंडकारण्य आदिवासी किसान मजदूर संगठन से संबद्ध हैं और प्रतिबंधित गुट के निचले स्तर के कार्यकर्ता हैं.
एएसपी ने बताया कि यह लोग गत 24 अप्रैल को 74वीं बटालियन के सीआरपीएफ कर्मियों पर हुए हमले में कथित तौर पर शामिल थे. चिंतागुफा पुलिस थाना क्षेत्र के बुर्कापाल इलाके में हुए इस हमले में 24 सुरक्षा कर्मी मारे गए थे.
(इनपुट भाषा से...)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं