
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नजदीकी लोगों पर आयकर के छापों को लेकर कांग्रेस ने शनिवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार को रायपुर में इनकम टैक्स कार्यालय की बैरिकेडिंग तोड़ दी और पुलिस के साथ झड़प की. उन्होंने गांधी मैदान में धरना दिया और फिर आयकर दफ्तर मार्च करते हुए पहुंचे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दो दिन के लिए निर्धारित एक कैबिनेट बैठक रद्द कर दी और वे इस नए घटनाक्रम को लेकर पार्टी आलाकमान से परामर्श करने के लिए दिल्ली चले गए.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपसचिव और उनकी करीबी सौम्या चौरसिया के भिलाई स्थित घर पिछले 24 घंटों से डटी इनकम टैक्स की टीम खाली हाथ लौट गई. दिल्ली से आए अधिकारियों की टीम ने चौरसिया के घर को सील बंद कर दिया. आय से अधिक संपत्ति की शिकायत के बाद इनकम टैक्स की टीम कल भिलाई में सौम्या के घर पहुंची थी. उनके नहीं मिलने पर घर सील करके आयकर की टीम चली गई.
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया सहित उनके करीबी सहयोगियों पर इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी से मामला राज्य बनाम केंद्र बनता जा रहा है. इनकम टैक्स विभाग की टीम ने शुक्रवार को दोपहर में सौम्या चौरसिया के बंगले पर छापा मारा. टीम में आधा दर्जन अधिकारी और सीआरपीएफ के जवान शामिल थे. जगदलपुर में भी दो कारोबारियों के ठिकानों पर छापे मारे गए. शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रायपुर में आयकर भवन का घेराव करने की कोशिश की.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ''कल हम लोगों ने सरकार की ओर से राज्यपाल के पास बात रखी. लेकिन जो आईटी ने छापा डाला उसकी जानकारी नहीं दी. आर्म्स फोर्स लेकर घूम रहे हैं, सभी शहरों में दहशत फैला रहे हैं. यहां माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने घेराव का फैसला किया.''
यह मामला रमन सिंह के करीबी रहे अमन सिंह के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा में एफआईआर से शुरू हुआ. उसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी रायपुर मेयर और कई अधिकारियों के घर आयकर के छापे से आगे बढ़ा.

गुरुवार को इनकम टैक्स विभाग ने कथित रूप से राज्य के वाणिज्य और उद्योग विभाग में संयुक्त सचिव एके टुटेजा, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड, रायपुर के मेयर एजाज ढेबर, शराब कारोबारी पप्पू भाटिया, पूर्व विधायक गुरुचरण शरण होरा की संपत्तियों पर छापा मारा.
आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा भूपेश बघेल सरकार के करीबी हैं और उनकी शिकायत पर ही कांग्रेस सरकार ने नागरिक अपूर्ति निगम घोटाले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया था.

इस छापेमारी के लिए दिल्ली से 300 से अधिक अधिकारियों की एक टीम जुटी थी. मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सर्किल के अधिकारियों को कार्रवाई से दूर रखा गया था.
छापे के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने उन 19 कारों को जब्त कर लिया जिन्हें छापेमारी के लिए कथित तौर पर आयकर अधिकारियों ने किराये पर लिया था. पुलिस का कहना था कि सारी गाड़ियां नो-पार्किंग ज़ोन में खड़ी थीं इसलिए उन्होंने मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार जुर्माना वसूल किया और वाहनों को छोड़ दिया.

उधर बीजेपी नेताओं ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया और आरोप लगाया कि पुलिस इनकम टैक्स के छापे को रोकने की कोशिश कर रही थी.
छत्तीसगढ़ : सीएम भूपेश बघेल के करीबियों पर इनकम टैक्स के छापे, मामला केंद्र बनाम राज्य बना
सूत्रों के मुताबिक ये सारे छापे राजनीतिक फंडिंग से जुड़े हो सकते हैं. इन छापों के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली दौड़ चुके हैं. माना जा रहा है कि वे इस मामले में हाईकमान से चर्चा करेंगे और कानून के विशेषज्ञों से भी राय लेंगे.
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