राजदेव ‘हिन्दुस्तान’ अखबार के सीवान जिले में ब्यूरो चीफ थे.
नई दिल्ली:
बिहार के सीवान जिले में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के चार महीने के बाद मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है. सीबीआई के सूत्रों ने कहा कि राजदेव रंजन की हत्या के सिलसिले में मामला दर्ज किए जाने के बाद एक टीम सीवान जाएगी. राजदेव ‘हिन्दुस्तान’ अखबार के सीवान जिले में ब्यूरो चीफ थे. उन्होंने कहा कि हाल ही में जेल से रिहा हुए बहाबुली और आरजेडी नेता शहाबुद्दीन इस मामले में जांच एजेंसियों के संदेह के घेरे में हैं.
सूत्रों ने कहा कि बिहार ने मामला सीबीआई को सौंप दिया है. एजेंसी इस सिलसिले में आपराधिक साजिश और हत्या के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी कर चुकी है. राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर सीबीआई से हत्याकांड की जांच अपने हाथों में लेने का अनुरोध किया था. 13 मई के इस हत्याकांड के बाद पत्रकार के परिजन ने जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी.
इस मामले के संदिग्धों - मोहम्मद कैफ और मोहम्मद जावेद की एक तस्वीर शनिवार को शहाबुद्दीन के साथ आने के बाद मामला फिर से सुखिर्यों में आ गया था. पटना हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद शनिवार को भागलपुर जेल से रिहा हुए शहाबुद्दीन की एक तस्वीर में दोनों संदिग्ध उनके साथ नजर आ रहे हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सूत्रों ने कहा कि बिहार ने मामला सीबीआई को सौंप दिया है. एजेंसी इस सिलसिले में आपराधिक साजिश और हत्या के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी कर चुकी है. राज्य सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर सीबीआई से हत्याकांड की जांच अपने हाथों में लेने का अनुरोध किया था. 13 मई के इस हत्याकांड के बाद पत्रकार के परिजन ने जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी.
इस मामले के संदिग्धों - मोहम्मद कैफ और मोहम्मद जावेद की एक तस्वीर शनिवार को शहाबुद्दीन के साथ आने के बाद मामला फिर से सुखिर्यों में आ गया था. पटना हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद शनिवार को भागलपुर जेल से रिहा हुए शहाबुद्दीन की एक तस्वीर में दोनों संदिग्ध उनके साथ नजर आ रहे हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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