Mumbai:
मुंबई वालों को आज से बुनियादी सुविधाओं का मोहताज होना पड़ सकता है। बीएमसी ने कर्मचारियों की हड़ताल पर अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। बीएमसी ने एक खत के जरिए लोगों को आगाह किया है कि शायद मंगलवार से कचरा उठाने बीएमसी के दस्ते नहीं आएंगे। अगर बीएमसी का डर सच निकला तो सफाईकर्मियों से फायरब्रिगेड तक और अस्पतालों की नर्सों से नाले साफ करते दस्तों तक इस हड़ताल का असर दिखेगा। अब हड़ताल का वाकई कितना असर पड़ता है ये जानने के लिए शाम तक का इंतजार करना पड़ेगा। बीएमसी के कर्मचारियों की हड़ताल दो टुकड़ों में बंट गई है। बीएमसी पर काबिज शिवसेना के साथ शिवसेना के समर्थन वाली यूनियन ने समझौता पर हस्ताक्षर कर दिया है लेकिन शरद राव के समर्थन वाली यूनियन के तकरीबन 75000 कमर्चारी बीती रात 9 बजे से हड़ताल पर चले गए हैं। प्रशासन के साथ उनकी बातचीत नाकाम हो गई है। इससे मुंबई में कचरा उठाने, पानी की सप्लाई और शहर की सफाई पर बड़ा असर पड़ सकता है। कर्मचारी अपने लिए छठे वेतन आयोग की तर्ज पर केन्द्र सरकार के कमर्चारियों की तरह सैलरी और सुविधाएं मांग रहे हैं।
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बीएमसी कर्मचारी, हड़ताल