दिल्ली में नगर निगम (MCD) संचालित अस्पतालों में डॉक्टरों को कई महीनों से वेतन न मिलने के मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया है. दिल्ली (Delhi)सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कहा कि अगर भाजपाशासित एमसीडी अस्पतालों को चला पाने और स्वास्थ्यकर्मियों को वेतन दे पाने में असमर्थ है तो अस्पताल उन्हें सौंप दिए जाएं.
दरअसल, हिन्दुराव और कस्तूरबा गांधी अस्पताल के डॉक्टर और मेडिकल स्टॉफ ने कई महीनों से वेतन न मिलने पर हड़ताल की चेतावनी दी है. स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि एमसीडी स्वास्थ्यकर्मियों का वेतन तुरंत जारी करे. आप नेता जैन ने कहा कि हमने अधिकारियों को हिंदुराव और कस्तूरबा गांधी अस्पताल में इलाज कर रहे कोविड मरीजों को दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में शिफ्ट करने का निर्देश दिया है. सभी मरीज अपने मनमुताबिक दिल्ली सरकार के अधीन आने वाले अस्पतालों का चयन कर सकते हैं.
राजनीति न करे भाजपा - जैन
जैन ने कहा कि भाजपा मरीजों के स्वास्थ्य को लेकर राजनीति कर रही है। अगर हमें मौका मिला तो स्टॉफ को समय पर वेतन देने के साथ अस्पताल को बेहतर ढंग से चलाकर दिखाएंगे। एमसीडी के पास फंड की कमी नहीं है. एमसीडी लोगों पर भारी टैक्स लगाकर मोटी रकम इकट्ठा करती है. लेकिन कोई नहीं जानता कि यह पैसा कहां जाता है? भाजपा वाले सिर्फ राजनीति कर रहे हैं.केंद्र सरकार ने एमसीडी को आदेश दिया था कि वे हेल्थ ट्रेड लाइसेंस देने की प्रक्रिया रद्द कर दे, लेकिन वे लोग उसे भी हटाने के लिए तैयार नहीं है.
2807 पॉजिटिव केस सामने आए
दिल्ली में शुक्रवार को 2807 पॉजिटिव केस सामने आए और 50 हजार जांच की गई थीं. वर्तमान में पॉजिटिविटी रेट यानी सौ जांच पर मरीज मिलने की दर 5.82 प्रतिशत है. दिल्ली में कुल कोविड मरीज 22 हजार से कम हैं. यह संख्या एक समय 32 हजार के करीब थी. राजधानी में शुक्रवार को कोविड के चलते 39 मौतें हुई थीं. जबकि 3098 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई.
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