ऑक्सीजन कंसेन्ट्रेटर की कालाबाजारी (Oxygen concentrator Black Marketing) के मामले के आरोपी नवनीत कालरा (Navneet Kalra) को दिल्ली पुलिस ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये साकेत कोर्ट में पेश किया.दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने कालरा का 5 दिन का पुलिस रिमांड मांगा है. कालरा ने रिमांड का विरोध किया है. उनके वकील ने कहा कि सारा आयात बैंकों के माध्यम से किया गया था. वैसे भी एक अन्य आरोपी पर भी यही आरोप थे लेकिन अदालत ने उसे रिमांड पर नहीं भेजा.दिल्ली पुलिस ने कहा कि कालरा के खिलाफ आरोप गंभीर हैं और निचली अदालत ने भी इसे अग्रिम जमानत देने.से इन्कार कर दिया था.
दिल्ली हाईकोर्ट की हाईपॉवर कमेटी ने एक नया मानदंड तैयार किया है. इसमें कहा गया है कि अगर कालाबाजारी और दवाओं की जमाखोरी से गलत तरीके से मुनाफा कमाया जाता है तो अंडर ट्रायल कैदियों को अंतरिम जमानत नहीं दी जाएगी. सरकारी वकील ने कहा कि ऑक्सीज़न कंसेंट्रेटर जर्मनी में नहीं बना बल्कि चाइना में बना था, कंसेंट्रेटर उचित पैमाने पर खरा भी नहीं उतरता है, कालरा ने कंसेंट्रेटर की डिलीवरी से पहले ही उसका भुगतान लोगों से लिया.
कालरा के वकील ने कहा कि मशीनें 1 लाख से अधिक में ऑनलाइन बेची जा रही हैं, लेकिन उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. दिल्ली पुलिस कोअभियोजन एजेंसी की तरह व्यवहार करना चाहिए न कि उत्पीड़न एजेंसी की तरह. अगर वे इसी तरह काम करेंगे, तो हम सुरक्षित स्थिति में नहीं रहेंगे.
कालरा ने कुछ गलत नहीं किया. हम ऑक्सीज़न कंसेंट्रेटर को बहुत सस्ते दाम पर बेच रहे थे, जितने में वेबसाइटों पर उपलब्ध है. पुलिस ने मुझको पोस्टर बॉय बना दिया है. नवनीत कालरा को तीन दिन का पुलिस रिमांड पर भेजने का साकेत कोर्ट ने किया है. उसे अदालत में 20 मई को पेश किया जाएगा.
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