नीतीश के राज में लेबर कमाई, युवा पढ़ाई और बीमार दवाई के लिए बाहर जाने को मजबूर : तेजस्‍वी

नीतीश सरकार की ओर से यह आरोप लगाया जा रहा है कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान तेजस्‍वी बिहार से बाहर दिल्‍ली में रहे और राज्‍य की उन्‍होंने चिंता नहीं की. इस बारे में तेजस्‍वी ने कहा कि बड़ी संख्‍या में ऐसे लोग थे जो लॉकडाउन के दौरान फंसकर रह गए थे.

पटना :

Bihar Assembly Elections 2020: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly polls 2020) में रोजगार (Employment) एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आया है. महागठबंधन के सीएम पद के प्रत्‍याशी तेजस्‍वी यादव (Tejashwi Yadav) इस मामले में नीतीश कुमार ने नेतृत्‍व वाली सरकार (Nitish kumar Government) पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं चूक रहे. NDTV के श्रीनिवासन जैन के साथ विशेष बातचीत में तेजस्‍वी ने विभिन्‍न मुद्दों पर खुलकर अपना पक्ष रखा. नीतीश सरकार की ओर से यह आरोप लगाया जा रहा है कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान तेजस्‍वी बिहार से बाहर दिल्‍ली में रहे और राज्‍य की उन्‍होंने चिंता नहीं की. इस बारे में तेजस्‍वी ने कहा कि बड़ी संख्‍या में ऐसे लोग थे जो लॉकडाउन के दौरान फंसकर रह गए थे. यह स्‍वाभाविक है कि वे मेरे बारे में पॉजिटिव नहीं बोलेंगे. राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्‍वी ने कहा, 'मैं ऐसा पहला शख्‍स था अपनी सैलरी दी. यही नहीं मैं राज्‍य के प्रवासी मजदूरों को मदद पहुंचाने के लिए राज्‍य सरकार के साथ समन्‍वय कर रहा था.'

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बिहार की खराब हालत के लिए उन्‍होंने नीतीश सरकार पर निशाना साधा और कहा कि लेबर कमाई, युवा पढ़ाई और बीमार दवाई के लिए बाहर जाने को मजबूर है. बिहार का पैसा बाहर जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी की की ओर से चुनाव प्रचार के दौरान 'युवराज ऑफ जंगल राज' के संबोधन पर उन्‍होंने कहा कि लोग उम्‍मीद कर रहे थे कि वे बाढ़ के बारें में बोलें, बेराजगारी के बारे में बोलें, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. तेजस्‍वी ने कहा क‍ि  प्रधानमंत्री मुख्‍य एजेंडा के बारे में बात नहीं कर रहे हैं. बिहार के लोग सुनना चाहते थे कि  राज्‍य के लोग रोजगार के लिए बाहर  क्‍यों जाते हैं?  राज्‍य के लोग रोजगार के लिए बाहर जाने के लिए मजबूर क्‍यों हैं?आरजेडी नेता ने कहा, 'मैं इस बारे में ज्‍यादा कुछ नहीं कहना चाहता हूं. मैं अपने एजेंडे पर अडिग हूं लेकिन पीएम को नीतीश कुमार के बारे में भी बात करना चाहिए.'

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राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता ने  कहा कि वे चुनाव में उन नेताओं का मुकाबला कर रहे हैं जो उम्र में उनके काफी अधिक हैं.उन्‍होंने कहा, 'उम्र मेरे पक्ष में है.' उन्‍होंने कहा, 'मेरे पास गंवाने के लिए कुछ नहीं है. मैं खुश हूं कि मैं अच्‍छे मुद्दों पर लड़ा हूं. उम्र मेरे पक्ष में है और मैं कठिन परिश्रम अधिक मेहनत करने की कोशिश करूंगा. उन्‍होंने कहा, मैं 31 वर्ष का हूं और यह चुनाव हर किसी को चौंका देगा.''वन मैन आर्मी होने के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्‍होंने कहा कि वे हर रोज एक दर्जन या इससे ज्‍यादा रैलियों को संबोधित कर रहे हैं. 

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तेजस्‍वी ने कहा, 'मेरे पिता जननेता हैं, मैं अपने पिता को नाम लेकर जाऊंगा लेकिन मुझे यह भी बताना होगा मैं उन्‍हें क्‍या दे सकता हूं. अब समय आर्थिक न्‍याय (Fconomic justice) का है और हम सामाजिक न्‍याय के बिना आर्थिक न्‍याय नहीं दे सकते. 'चुनावी सभाओं के दौरान तेजस्‍वी अपने भाषणों में 10 लाख जॉब का वादा कर रहे हैं, इस बारे में पूछने पर उन्‍होंने कहा, 'यह सही साबित होगा.' तेजस्‍वी ने कहा कि बिहार का कुल बजट दो लाख 13 हजार करोड़ रुपये का है. राज्‍य में साढ़े चार लाख जॉब खाली हैं. करीब 5.5 लाख जॉब हमें नेशनल औसत पूरा करने के लिए भरने हैं. उन्‍होंने कहा कि मैं जॉब के बारे में बात करता हूं तो यह बात केवल जॉब देने की नहीं है बल्कि यह विभागों के पुनरुद्धार की है.