
पटना:
बिहार सरकार ने राज्य में यूटेरस यानी गर्भाशय निकालने के नाम पर पैसों की बंदरबांट की जांच के आदेश दिए हैं।
दरअसल, राज्य में पिछले कुछ सालों में 16 हज़ार महिलाओं ने यूटेरस निकालने के ऑपरेशन करवाए। केन्द्र सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत इसके लिए 30 हज़ार रुपये दिए जाते हैं। लेकिन, सरकार को शक है कि बीमा एजेंसी और निजी नर्सिंग होम के मालिकों ने इसमें जमकर धांधली की है।
बिहार के दो जिलों समस्तीपुर और छपरा के डीएम ने अपनी जांच में कई तरह की गड़बड़ियां पाई हैं। इस योजना में बिना ऑपरेशन किए पैसे लेने के भी मामले सामने आ रहे हैं। इसे देखते हुए बिहार सरकार ने सभी जिलों में इस योजना की जांच के आदेश दिए हैं।
दरअसल, राज्य में पिछले कुछ सालों में 16 हज़ार महिलाओं ने यूटेरस निकालने के ऑपरेशन करवाए। केन्द्र सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत इसके लिए 30 हज़ार रुपये दिए जाते हैं। लेकिन, सरकार को शक है कि बीमा एजेंसी और निजी नर्सिंग होम के मालिकों ने इसमें जमकर धांधली की है।
बिहार के दो जिलों समस्तीपुर और छपरा के डीएम ने अपनी जांच में कई तरह की गड़बड़ियां पाई हैं। इस योजना में बिना ऑपरेशन किए पैसे लेने के भी मामले सामने आ रहे हैं। इसे देखते हुए बिहार सरकार ने सभी जिलों में इस योजना की जांच के आदेश दिए हैं।
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